चेन्नई में Khelo India का रंगारंग आगाज, PM मोदी ने बताया 2024 की शुरुआत का शानदार तरीका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम खेल मशाल जलाकर तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2023 का रंगारंग उद्घाटन किया और कहा कि यह वर्ष 2024 की शुरुआत करने का एक शानदार तरीका है।
तमिलनाडु के युवा कल्याण एवं खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन के औपचारिक स्वागत भाषण के बाद श्री मोदी का सबोधन हुआ। संबोधन के बाद श्री मोदी ने खेलो इंडिया को शुरू करने की घोषणा की और इसके साथ ही रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से राज्य में पहली बार आयोजित किए जा रहे दो सप्ताह तक चलने वाले खेल समारोह की शुरुआत हुयी।
श्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत तमिल में 'वनक्कम चेन्नई’(चेन्नई का स्वागत है) कहकर की और कहा कि खेलो इंडिया गेम्स 2024 की शुरुआत करने का एक शानदार तरीका है।
खेल युवा खेल प्रतिभाओं को निखारने में मदद करेंगे - पीएम
उन्होंने कहा कि ये खेल युवा खेल प्रतिभाओं को निखारने में मदद करेंगे।' यह कहते हुए कि तमिलनाडु एक ऐसी भूमि है, जो चैंपियन पैदा करती है, उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि तमिलनाडु के पारंपरिक खेल सिलंबम को खेलों में जोड़ा गया है और स्वतंत्रता सेनानी रानी वेलु नचियार को शुभंकर के रूप में रखा गया है। वेलु नचियार भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ युद्ध छेड़ने वाली पहली भारतीय रानी थीं और उन्हें तमिल लोग वीरमंगई ('बहादुर महिला') के नाम से जानते हैं।' खेलों में सभी का स्वागत करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह 2024 की शुरुआत करने का एक शानदार तरीका है।
एक साथ मिलकर, आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत की सच्ची भावना का प्रदर्शन करते हैं - पीएम
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर एकत्र हुए लोग एक युवा भारत, एक नए भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिनकी ऊर्जा देश को खेल की दुनिया में नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। उन्होंने देशभर से चेन्नई पहुंचे सभी एथलीटों और खेल प्रेमियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, 'एक साथ मिलकर, आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत की सच्ची भावना का प्रदर्शन करते हैं।' उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के गर्मजोशी भरे लोग, सुंदर तमिल भाषा, इसकी संस्कृति और व्यंजन एथलीटों को घर जैसा महसूस कराएंगे। तमिलनाडु का आतिथ्य सभी का दिल जीत लेगा और खेलो इंडिया यूथ गेम्स कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करेगा। यहां बनी नई दोस्ती भी जीवन भर रहेगी।' दूरदर्शन और आकाशवाणी की उन परियोजनाओं का जिक्र करते हुए जिनका आज उद्घाटन किया गया और जिनकी आधारशिला रखी गई, प्रधानमंत्री ने कहा कि 1975 में प्रसारण शुरू करने वाला चन्नई केंद्र आज एक नई यात्रा पर निकल रहा है। आठ राज्यों में 12 आकाशवाणी एफएम परियोजनाएं 1.5 करोड़ लोगों को कवर करेंगी। खेलों में तमिलनाडु के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी भूमि है जो चैंपियन पैदा करती है।
टेनिस चैंपियन अमृतराज ब्रदर्स, ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाले भारत के हॉकी कप्तान भास्करन, शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद, प्रगनानंद और पैरालंपिक चैंपियन मरियप्पन का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी एथलीट तमिलनाडु की भूमि से प्रेरणा प्राप्त करेंगे।
प्रधानमंत्री ने एथलीटों के लिए एक्सपोज़र के महत्व पर प्रकाश डाला
प्रधानमंत्री ने एथलीटों के लिए एक्सपोज़र के महत्व पर प्रकाश डाला और इसके लिए देश में बड़े खेल आयोजनों की उपयोगिता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया अभियान जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं को तलाशने की भूमिका निभा रहा है, जो इन मेगा आयोजनों में भाग ले रहे हैं। उन्होंने 12 खेलो इंडिया गेम्स, खेलो इंडिया यूथ गेम्स, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, खेलो इंडिया विंटर गेम्स और खेलो इंडिया पैरा गेम्स को खेलने और प्रतिभा खोजने के बेहतरीन अवसर बताया।
चाहे वह प्रतिभागी हो या दर्शक, चेन्नई के आकर्षक समुद्र तट हर किसी को आकर्षित करेंगे - प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा कि अब तमिलनाडु के चार भव्य शहर, चेन्नई, त्रिची, मदुरै और कोयंबटूर एथलीटों की मेजबानी के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चाहे वह प्रतिभागी हो या दर्शक, चेन्नई के आकर्षक समुद्र तट हर किसी को आकर्षित करेंगे।’’ उन्होंने मदुरै के भव्य मंदिरों, त्रिची के मंदिरों और उसकी कला तथा शिल्प और कोयंबटूर के मेहनती शहर की आभा का भी उल्लेख किया और कहा कि तमिलनाडु के प्रत्येक शहर में अनुभव अविस्मरणीय हैं।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भारत के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीट भाग लेंगे - प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भारत के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीट भाग लेंगे। उन्होंने तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन और स्क्वैश (जिसे पहली बार खेलो इंडिया गेम्स में शामिल किया गया है ) का उल्लेख करते हुए कहा, 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान 5,000 से अधिक एथलीटों के बीच प्रतिस्पर्धा का माहौल एक अनुभव के लायक होगा।' उन्होंने कहा, 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स सभी एथलीटों के संकल्प, प्रतिबद्धता और विश्वास को एक साथ लाएंगे और राष्ट्र उनके समर्पण, आत्मविश्वास, कभी न हार मानने वाले जज्बे और असाधारण प्रदर्शन के जुनून का गवाह बनेगा।'
संत तिरुवल्लुवर ने अपने लेखन से युवाओं को प्रेरित किया - प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने संत तिरुवल्लुवर को याद करते हुए कहा कि संत तिरुवल्लुवर ने अपने लेखन से युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें दिशा दी। उन्होंने महान संत का हवाला देते हुए विपरीत परिस्थितियों में मजबूत बने रहने की उनकी शिक्षा का उल्लेख किया। खेलो इंडिया लोगो में भी उनकी छवि है। प्रधानमंत्री ने खुशी व्यक्त की कि वीरमंगई वेलु नचियार खेलों के इस संस्करण का शुभंकर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वास्तविक जीवन के व्यक्तित्व को शुभंकर के रूप में चुना जाना अभूतपूर्व है। वीरमंगई वेलु नचियार नारी शक्ति का प्रतीक है। आज उनका व्यक्तित्व सरकार के अनेक निर्णयों में झलकता है। उनकी प्रेरणा से सरकार खिलाड़ियों को सशक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने 20 खेलों पर महिला लीगों और‘दास कास बांध’जैसी पहलों को महिला एथलीटों की खेल प्रतिभा दिखाने के अवसर के रूप में सूचीबद्ध किया।
पिछले 10 वर्षों में सरकार से उन्हें उत्साह और समर्थन में वृद्धि मिली - प्रधानमंत्री
वर्ष 2014 के बाद खेलों में भारत की सफलताओं प्रकाश डालते श्री मोदी ने टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, एशियाई खेलों और पैरा खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन और विश्वविद्यालय खेलों में पदकों के नए रिकॉर्ड का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले 10 वर्षों में सरकार से उत्साह और समर्थन में वृद्धि मिली है। उन्होंने कहा, 'पिछले 10 वर्षों में, सरकार में सुधार हुआ, एथलीटों ने प्रदर्शन किया और भारत में पूरी खेल प्रणाली बदल गई।' उन्होंने खेलो इंडिया अभियान का उल्लेख किया जो देश में हजारों एथलीटों को 50,000 रुपये की मासिक सहायता प्रदान करता है और 2014 में शुरू की गई टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) पहल ने शीर्ष एथलीटों के लिए प्रशिक्षण, अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन और बड़े खेल आयोजनों में भागीदारी सुनिश्चित की। उन्होंने कहा, 'भारत की नजर इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक और 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक पर है, टॉप्स पहल के तहत एथलीटों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।'
आज हम युवाओं के खेलों में आने का इंतजार नहीं कर रहे हैं, हम खेलों को युवाओं तक ले जा रहे हैं - प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज हम युवाओं के खेलों में आने का इंतजार नहीं कर रहे हैं, हम खेलों को युवाओं तक ले जा रहे हैं।' उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि खेलो इंडिया जैसे अभियान ग्रामीण, गरीब, आदिवासी और निम्न-मध्यम वर्गीय परिवारों के युवाओं के सपनों को साकार कर रहे हैं। लोकल फ़र वोकल मंत्र के हिस्से के रूप में स्थानीय प्रतिभा को प्रदर्शित करने को शामिल करते हुए, प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रतिभा के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन के अपने प्रयासों को दोहराया। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत में कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित किए गए हैं। दीव में हाल ही में आयोजित बीच गेम्स का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि जिन खेलों में आठ पारंपरिक भारतीय खेलों को दिखाया गया, उनमें 1600 एथलीटों ने भाग लिया, इससे तटीय शहरों को बहुत फायदा होगा क्योंकि इन खेलों ने बीच गेम्स और खेल पर्यटन के एक नए युग की शुरुआत की है।