कोरोना का Sub-variant JN.1 16 राज्यों में फैला, संख्या पहुंची 1000 पार
Sub-variant JN.1: देश में कोविड-19 के जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों की संख्या 1000 के पार चली गयी है तथा अब उत्तर प्रदेश भी उन 16 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में शामिल हो गया जहां इस उपस्वरूप के मामले सामने आये हैं। ‘इंडियन सार्स-कोव-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम’ (इंसाकोग) ने यह जानकारी दी।
- Covid-19 उप-संस्करण JN. 16 राज्यों में फैल गया है
- 11 जनवरी तक संक्रमण के कुल मामले 1000 सामने आए हैं
- महाराष्ट्र में JN.1 उप-संस्करण के 170 मामले सामने आए हैं
- कर्नाटक में संक्रमण के 199 मामले सामने आए हैं
- केरल में 155 और आंध्र प्रदेश में 94 मामले सामने आये हैं
इन राज्यों में बिगड़े हालात
इंसाकोग द्वारा तैयार किये गये आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक में इस उपस्वरूप के सबसे अधिक 214 मामले सामने आये हैं जबकि महाराष्ट्र में 170, केरल में 154, आंध्रप्रदेश में 189, गुजरात में 76 और गोवा में 66 ऐसे रोगियों का पता चला है। तेलंगाना और राजस्थान में जेएन.1 उपस्वरूप के 32-32 मामले सामने आये हैं। छत्तीसगढ़ में जेएन.1 उपस्वरूप के 25, तमिलनाडु में 22, दिल्ली में 16, उत्तर प्रदेश में छह, हरियाणा में पांच, ओडिशा में तीन, पश्चिम बंगाल में दो और उत्तराखंड में एक व्यक्ति कोविड के इस उपस्वरूप की चपेट में आया है। देश के 16 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में अब तक जेएन.1 उपस्वरूप के कुल 1013 मामलों का पता चला है।
ये नमूने 10 नवंबर से 8 जनवरी के बीच
उन्होंने बताया कि ये नमूने 10 नवंबर से 8 जनवरी 2024 के बीच एकत्र किए गए थे। आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2023 में 1452 नमूने संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (WGS) के लिए भेजे गए थे, जबकि जनवरी 2024 में अब तक 1026 नमूने भेजे गए हैं। सूत्रों ने आगे बताया कि ज्यादातर मामले होम-आइसोलेशन के थे।
सरकार की कड़ी नज़र
केंद्र ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड मामलों में वृद्धि और जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों का पता चलने के मद्देनजर निरंतर निगरानी बनाये रखने को कहा है। राज्यों से अपील की गयी है कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उन्हें कोविड-19 की संशोधित निगरानी रणनीति के तहत जो विस्तृत दिशानिर्देश भेजे हैं , उनका वे प्रभावी तरीके से अनुपालन सुनिश्चित करें। राज्यों को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इंफ्लुएंजा रूग्णता और गंभीर सांस संबंधी परेशानियों के मामलों की नियमित रूप से निगरानी करने और जिलावार उनकी रिपोर्ट करने को भी कहा गया है ताकि मामलों के उभरते रुख का जल्दी पता लगाया जा सके।
अन्य देशों में बढ़ रहे मामले
चीन, इंडोनेशिया, फिलीपींस, मलेशिया और सिंगापुर सहित कई देशों ने नए कोरोनोवायरस मामलों में वृद्धि की सूचना दी है। JN.1 स्ट्रेन, जो पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में सितंबर में पाया गया था, BA.2.86 का वंशज है, जो कि COVID-19 के ओमिक्रॉन स्ट्रेन का एक अत्यधिक उत्परिवर्तित संस्करण है।
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