Cyclone Remal: बंगाल पहुंचा रेमल तूफान, लैंडफॉल शुरू, बंगाल में भारी बारिश, बांग्लादेश में 50 से ज्यादा यात्रियों से भरी नाव डूबी, एक की मौत
Cyclone Remal: बंगाल के खाड़ी से आ रहा तूफ़ान लगातार आगे बढ़ रहा है। इस तूफ़ान के कारन पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में लैंडफॉल और भरी बारिश शुरू हो गयी है। यह अगले 4 घंटे तक जारी रहेगी। इससे पहले मौसम विभाग ने बताया था कि भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के रविवार शाम को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों के बीच पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस दौरान 110 से 120 किमी प्रति घंटे की तीव्रता के साथ हवाएं चल रही थीं जो 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गईं है।
तटीय इलाकों में हवाएं तेज होती जा रही हैं। हवा के तेज होने के कारण पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं, जहां एनडीआरफ की टीम राहत कार्य कर रही है। साथ ही समुद्र में तेज लहरे उठने लगी हैं। चक्रवात के आगे बढ़ने के साथ ही हवा और तेज होती जाएगी और बारिश की मात्रा भी बढ़ती जाएगी। बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। इस तूफ़ान का नाम रेमल है जिसे ओमान ने रखा है। रेमल अरबी शब्द है, जिसका मतलब होता है- रेत।
वहीं बांग्लादेश के अधिकारियों ने कहा कि माना जाता है कि तूफान से एक युवक की मौत हो गई, क्योंकि समुद्री लहरें उसे बहा ले गईं और दक्षिण-पूर्वी पटुआखाली में कई लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, क्षमता से दोगुने, 50 से अधिक यात्रियों से भरी एक नौका तूफान के रास्ते में मोंगला बंदरगाह के पास डूब गई. इसमें सवार लोग सुरक्षित स्थान की ओर भाग रहे थे। हालांकि, लोगों को बचा लिया गया जिन्हें कुछ चोट आई है।
चक्रवात रेमल को लेकर IMD ने दी जानकारी
मौसम विभाग ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के दस्तक देने की प्रक्रिया सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निकटवर्ती तटों पर शुरू हुई। दरसल, बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में इसके लैंडफॉल (तट से टकराने) की प्रक्रिया रात करीब 9 बजे शुरू हुई थी। मौसम विभाग ने बताया था कि सागर द्वीप समूह से लगभग 110 किमी पूर्व में बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर तूफान रेमल लगभग उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 3 घंटों में बांग्लादेश और बांग्लादेश के दक्षिण पश्चिम मोंगला के करीब सागर आईलैंड और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल के नजदीकी तटों को पार करेगा। जिसके बाद इसके कमजोर होने की उम्मीद है।
बता दें कि चक्रवात रेमल के आगमन से पहले रविवार को कोलकाता और दक्षिण बंगाल के अन्य हिस्सों में हवाई-रेल ट्रैफिक और सड़क परिवहन में व्यवधान पैदा हुआ है और सोमवार को भी ऐसे ही हालात रहने की आशंका है। कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने ऐहतियात के तौर पर रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेन रद्द कर दी हैं।
बंगाल के तटीय इलाकों से करीब 1.10 लाख लोगों को शेल्टर सुरक्षित जगहों पर भेजा गया। इसमें सबसे ज्यादा लोग साउथ 24 परगना जिले से हैं। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट और NDRF की 16-16 टीमों को तटीय इलाकों में तैनात किया गया है। वहीं नैशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) ने 12 टीमों को तैनात किया है, वहीं पांच अतिरिक्त टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमों को तैयार रखा गया है। शिपिंग महानिदेशक की तरफ से कोलकाता और पारादीप के बंदरगाहों पर नियमित अलर्ट के साथ सलाह जारी की जा रही है। वहीं विद्युत मंत्रालय की तरफ से तत्काल बिजली बहाली के लिए आपातकालीन टीमों को तैनात किया गया है।
पीएम मोदी ने की थी बैठक
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को चक्रवाती तूफान ‘रेमल' से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की थी। प्रचंड चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और कोलकाता में भारी बारिश हुई है।
और दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने रेमल को लेकर संबंधित अधिकारियों से बात की। सभी क्षेत्रों में NDRF की तैनाती कर दी गई है। लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है।
वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने X पर ट्वीट करके कहा कि घर में रहें और सुरक्षित रहें। हम हमेशा की तरह आपके साथ हैं। यह तूफान भी गुजर जाएगा।