IndiaWorldDelhi NCRUttar PradeshHaryanaRajasthanPunjabJammu & Kashmir BiharOther States
Sports | Other GamesCricket
HoroscopeBollywood KesariSocialWorld CupGadgetsHealth & Lifestyle
Advertisement

'न करें सांप्रदायिक भ्रम पैदा करने का प्रयास', कांवड़ रूट पर नाम विवाद के बीच BJP नेता नकवी का आया बयान

01:14 PM Jul 19, 2024 IST
Advertisement

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली राज्य की सभी दुकानों में आईडी कार्ड के इस्तेमाल को अनिवार्य करने के कदम के परिणामस्वरूप भाजपा और विपक्ष के बीच राजनीतिक वाकयुद्ध छिड़ गया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सांप्रदायिक सौहार्द की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "सीमित प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के आधार पर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने सभी सांप्रदायिक भ्रम को स्पष्ट कर दिया है। जहां तक ​​कांवड़ यात्रा की श्रद्धा, सम्मान और सुरक्षा का सवाल है, इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है। किसी को भी इस तरह के मामलों पर सांप्रदायिक भ्रम पैदा करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। यह न तो देश के लिए अच्छा है, न ही धर्म या मानव जाति के लिए।"

मैंने खुद कई बार कांवड़ यात्रा की- BJP नेता नकवी



BJP नेता नकवी ने आगे कहा, "मैंने खुद कई बार कांवड़ यात्रा की है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां कई यात्रियों ने परोसी जाने वाली चीजों के बारे में शिकायत की है। मैं कहूंगा कि जो अच्छा लगे उसे ले लो और जो अच्छा न लगे उसे अनदेखा कर दो। आप अपनी पसंद की जगह से कुछ भी ले सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात आस्था के प्रति सम्मान और उसकी सुरक्षा है। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।" इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कांवड़ मार्ग पर खाद्य पदार्थों की दुकानों के मुद्दे को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि यह हर खाद्य पदार्थ की गाड़ी का मामला नहीं है। उन्होंने कहा, "हरिद्वार से जल लेकर आने वाले और 250-300 किलोमीटर का सफर तय करके अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए इसी रास्ते से गुजरते हैं। हमने जिला प्रशासन से आग्रह किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर होटल चलाने वाले ऐसे सभी लोग ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से हैं। कांवड़िए उनकी दुकानों पर जाते हैं, जहां नॉनवेज बिकता है। इसलिए अगर दुकान का नाम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर है, लेकिन वहां नॉनवेज बिकता है, तो ऐसे सभी प्रतिष्ठानों पर रोक लगनी चाहिए, उनकी पहचान होनी चाहिए। हमें नॉनवेज की बिक्री पर कोई आपत्ति नहीं है। कांवड़िए इसे खरीदेंगे नहीं। हमने सिर्फ इतना आग्रह किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकानें खोलकर नॉनवेज न बेचा जाए।"

यह हिंदू-मुस्लिम मामला नहीं- कपिल देव अग्रवाल



कपिल देव अग्रवाल ने आगे कहा, "इसलिए प्रशासन ने उसी हिसाब से काम किया है। राजनेता इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल दे रहे हैं। लेकिन यह हिंदू-मुस्लिम मामला नहीं है, यह सामाजिक सौहार्द का मामला है। लोग जहां चाहें बैठकर खा सकते हैं, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि वे कहां बैठे हैं।" उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने दिशा-निर्देशों की आलोचना करते हुए उन्हें अव्यवहारिक और विभाजनकारी बताया उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल अव्यवहारिक है। वे समाज में भाईचारे की भावना को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लोगों के बीच दूरियाँ पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे तुरंत रद्द किया जाना चाहिए। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जिन्होंने इसे लागू किया है और उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए।" श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने आदेश का समर्थन करते हुए हिंदू नामों से संचालित मुस्लिमों द्वारा संचालित दुकानों और स्वच्छता के मुद्दों पर चिंता व्यक्त की। आचार्य दास ने कहा कि, "नए आदेश में कहा गया है कि मुस्लिमों की दुकानों के मुस्लिम नाम होने चाहिए और हिंदुओं की दुकानों के हिंदू नाम होने चाहिए, ताकि यह स्पष्ट रूप से पहचाना जा सके कि वे हिंदू हैं या मुस्लिम। इस पर कोई आपत्ति गलत है। इसलिए, योगी जी द्वारा यह प्रदर्शित करने का निर्णय कि मालिक हिंदू है या मुस्लिम, उचित है। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा और कोई भेदभाव नहीं होगा, जैसा कि कुछ लोग मानते हैं।''

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Next Article