IndiaWorldDelhi NCRUttar PradeshHaryanaRajasthanPunjabJammu & Kashmir BiharOther States
Sports | Other GamesCricket
HoroscopeBollywood KesariSocialWorld CupGadgetsHealth & Lifestyle
Advertisement

'अग्निवीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कर रहे सियासत', अग्निपथ पर विपक्ष को PM मोदी का करारा जवाब

12:43 PM Jul 26, 2024 IST
Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर लद्दाख के कारगिल में अपने संबोधन के दौरान अग्निपथ योजना पर जोर दिया। योजना पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अग्निपथ का लक्ष्य सेना को युवा बनाना और सेना को लगातार युद्ध के लिए फिट रखना है। उन्होंने कहा कि सेना में बड़े सुधारों की मांग लंबे समय से की जा रही थी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, "देश को दशकों से रक्षा क्षेत्र में बड़े सुधारों की आवश्यकता महसूस हो रही थी। सेना वर्षों से इसकी मांग कर रही थी, लेकिन दुर्भाग्य से, इसे पहले पर्याप्त महत्व नहीं दिया गया। अग्निपथ योजना भी सेना में किए गए आवश्यक सुधारों का एक उदाहरण है। दशकों से संसद और कई समितियों में सेना को युवा बनाने पर चर्चा चल रही है।'' प्रधानमंत्री ने कहा, "जो लोग देश के युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। उनका इतिहास इस बात का सबूत है कि उन्हें सैनिकों की कोई परवाह नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने OROP पर 500 करोड़ रुपये की मामूली राशि दिखाकर झूठ बोला था। हमारी सरकार ने ही शुल्क लागू किया। पूर्व सैनिकों को 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए गए।"

सेना का मतलब 140 करोड़ देशवासियों की आस्था- PM मोदी



प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में सैनिकों की औसत आयु वैश्विक औसत से अधिक होना वर्षों से चिंता का विषय रहा है और अग्निपथ ने इस मामले को सुलझाया। उन्होंने कहा, "भारतीय सैनिकों की औसत आयु वैश्विक औसत से अधिक होना चिंता का विषय रहा है। इसलिए यह मुद्दा कई समितियों में भी वर्षों से उठाया जाता रहा है। हालांकि, देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती को हल करने की इच्छाशक्ति पहले नहीं दिखाई गई। अग्निपथ योजना के जरिए देश ने इस चिंता को दूर किया है।" पीएम मोदी ने कहा, "कुछ लोग सोचते थे कि सेना का मतलब राजनेताओं को सलामी देना, परेड करना है, लेकिन हमारे लिए सेना का मतलब 140 करोड़ देशवासियों की आस्था है। अग्निपथ का लक्ष्य सेना को युवा बनाना है। अग्निपथ का लक्ष्य सेना को लगातार युद्ध के लिए फिट रखना है।" प्रधानमंत्री ने योजना का विरोध करने वाले विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से, कुछ लोगों ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े ऐसे संवेदनशील मुद्दे को राजनीति का विषय बना दिया है। कुछ लोग सेना के इस सुधार पर भी अपने फायदे के लिए झूठ की राजनीति कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने सेना में हजारों करोड़ रुपये के घोटाले करके हमारी सेना को कमजोर किया, जो चाहते थे कि वायुसेना को कभी आधुनिक लड़ाकू विमान न मिलें, जिन्होंने तेजस लड़ाकू विमान को खत्म करने की तैयारी कर ली थी। पीएम

पिछले 10 वर्षों में हमने रक्षा क्षेत्र में सुधारों को प्राथमिकता दी- PM मोदी



PM मोदी ने पिछले 10 वर्षों के दौरान रक्षा क्षेत्र में किए गए सुधारों पर जोर देते हुए कहा, "पिछले 10 वर्षों में हमने रक्षा क्षेत्र में रक्षा सुधारों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इन सुधारों के कारण हमारी सेनाएँ अब अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर बन रही हैं।" उन्होंने कहा, "आज रक्षा खरीद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भारतीय रक्षा उद्योग को दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, रक्षा में अनुसंधान और विकास बजट का 25 प्रतिशत निजी क्षेत्र के लिए आरक्षित किया गया है। इन कदमों के परिणामस्वरूप, भारत का रक्षा उत्पादन अब 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।"

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Next Article