हिमाचल में वैश्विक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी से चरमराई चिकित्सा सेवाएं : स्वास्थ्य विभाग
हिमाचल : माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम में वैश्विक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी ने हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित किया है, जिससे काफी व्यवधान उत्पन्न हुआ है। जानकारी के अनुसार, सॉफ्टवेयर की समस्या के कारण मरीजों और उनके तीमारदारों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Highlight :
- हिमाचल में वैश्विक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी से चिकित्सा सेवाएं प्रभावित
- सॉफ्टवेयर की समस्या के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
- स्वास्थ्य सेवाओं में इसका समाधान करने का प्रयास किया जा कहा है
वैश्विक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी से हिमाचल में चिकित्सा सेवाएं प्रभावित
बता दें कि, हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने शनिवार को कहा, शुक्रवार यानी बीते कल से कुछ सॉफ्टवेयर समस्याओं की रिपोर्ट मिली हैं, और ये अस्थायी हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हम इसे ठीक कर लेंगे और स्वास्थ्य सेवाओं में इसका समाधान किया जाएगा। हम राज्य में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बेहतर बनाने पर काम कर रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री राज्य के लोगों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा देना चाहते हैं।
हिमकेयर कार्ड धारकों के लिए लंबित बकाया राशि के लिए धन जारी
उन्होंने कहा, हमने हिमकेयर कार्ड धारकों के लिए लंबित बकाया राशि के लिए धन जारी कर दिया है ताकि लोगों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। बहुत जल्द हम शिमला के तृतीयक देखभाल केंद्र चमियाना में नई ओपीडी शुरू करेंगे। सॉफ्टवेयर की समस्या के कारण मरीजों और उनके तीमारदारों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक मरीज के तीमारदार राकेश ने अपनी निराशा व्यक्त की। राकेश ने कहा, हमें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, हमारे मरीजों को रिपोर्ट नहीं मिल रही है। डॉक्टर मेडिकल रिपोर्ट मांग रहे हैं। वे कह रहे हैं कि सर्वर डाउन है और हमें समस्या आ रही है। मुझे नहीं पता कि इसमें कितना समय लगेगा। चिकित्सा पेशेवर इस समस्या को कम करने के लिए कदम उठा रहे हैं।
लैब टेस्ट की एंट्री में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
शिमला के कमला नेहरू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुभाष ने बताया, अस्पताल में, माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम के वैश्विक आउटेज के कारण, यहां के अस्पतालों में भी समस्याएँ पैदा हुई हैं। हमें लैब टेस्ट की एंट्री में इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है लेकिन हमें लैब में कोई समस्या नहीं आ रही है, इसलिए हमने उन्हें मैन्युअल रिकॉर्ड रखने के लिए कहा है। हम इसे हल करने की कोशिश कर रहे हैं, और हमें उम्मीद है कि इसे जल्द ही हल कर लिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में पैथोलॉजिकल लैब सेवाएँ प्रदान करने वाली कृष्णा डायग्नोस्टिक्स भी प्रभावित हुई है।
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