MP में करारी हार के बाद ऐक्शन में कांग्रेस, कमलनाथ से मांग लिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद कमलनाथ को भी पार्टी की तरफ से बड़ा झटका लगा है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमनलाथ से राज्य में पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा है। बता दें कि भाजपा ने 230 सीटों वाली विधानसभा में 163 पर जीत हासिल कर बहुमत पा लिया है। वहीं कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। 2018 के मुकाबले कांग्रेस को 52 सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं भाजपा को 57 सीटों का फायदा मिला है। बता दें कि एग्जिट पोल में यही कयास लगाए जा रहे थे कि मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। हालांकि भाजपा ने यहां क्लीन स्वीप मार दिया। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा सीट पर जीत दर्ज की है।
पार्टी ने दिया था फ्री हैंड
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ पार्टी को संभाल नहीं पाए और भाजपा ने बीच में ही सरकार बना ली। इसके बाद कमलनाथ के पास पार्टी चीफ की जिम्मेदारी थी। उन्हीं के नेतृत्व में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ा। ऐसे में इस बात पर संदेह नहीं है कि कमलनाथ पर पार्टी का विश्वास कम हो गया है। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के चुनाव के लिए कमलनाथ को फैसले लेने का पूरा अधिकार दिाय था। अब कांग्रेस पार्टी राज्य में हार के कारणों पर मंथन कर रही है।
कमलनाथ ने बुलाई है बैठक
कमलनाथ ने मंगलवार को भोपाल में पार्टी के सभी उम्मीदवारों की बैठक बुलाई थी। हालांकि इससे पहले ही उनसे इस्तीफा मांगे जाने की खबर आ गई। कमलनाथ ने पार्टी कार्यालय में सुबह 11 बजे बैठक बुलाई थी। इसमें राज्य में हार की समीक्षा की जानी थी। बता दें कि 2018 में कांग्रेस ने 114 सीटों पर कब्जा किया था। वहीं इस बार पार्टी 66 से ही संतोष कर रही है। चुनाव परिणाम साफ होने के बाद ही कमलनाथ ने हार स्वीकार करते हुए कहा था कि जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा सवाल है कि यहां के युवाओं और किसानों का भविष्य सुरक्षित हो और वे खुशहाल हों। उन्होंने आगे कहा, मैं भारतीय जनता पार्टी को बधाई देता हूं। मुझे आशा है कि जनता ने उनके ऊपर जो विश्वास दिखाया है, वे उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।