Rajasthan Election Result 2023: OSD लोकेश शर्मा ने किया गहलोत का भांडाफोड़, कहा कांग्रेस की हार के जिम्मेदार अशोक गहलोत
राजस्थान (Rajasthan) में बीजेपी ने कांग्रेस को हरा कर जबरदस्त जीत हासिल की है। रविवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद OSD लोकेश शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है। लोकेश शर्मा ने भंडाफोड़ करते हुए अशोक गहलोत पर ये आरोप लगाया कि पार्टी अशोक गहलोत की वहज से चुनाव हारी है। OSD ने 25 सितंबर 2022 को हुई घटना को लेकर भी बड़ा खुलासा किया है।
- बीजेपी की जीत के बाद OSD लोकेश शर्मा का बड़ा बयान
- अशोक गहलोत पर लगाए कई आरोप
- 25 सितंबर 2022 की घटना पर किया बड़ा खुलासा
'नतीजों से नहीं हूँ हैरान'
लोकेश ने Social Media Platform X पर लिखा- आज के ये नतीजे तय थे। मैं स्वयं मुख्यमंत्री को यह पहले बता चुका था, कई बार आगाह कर चुका था लेकिन उन्हें कोई ऐसी सलाह या व्यक्ति अपने साथ नहीं चाहिए था जो सच बताए। लोकतंत्र में जनता ही माई-बाप है और जनादेश शिरोधार्य है, विनम्रता से स्वीकार है। मैं नतीजों से आहत जरूर हूँ, लेकिन अचंभित नहीं हूँ। कांग्रेस पार्टी राजस्थान में निःसंदेह रिवाज़ बदल सकती थी लेकिन अशोक गहलोत जी कभी कोई बदलाव नहीं चाहते थे। यह कांग्रेस की नहीं बल्कि अशोक गहलोत जी की शिकस्त है।
25 सितंबर की घटना पर भांडाफोड़
लोकेश ने आगे कहा 25 सितंबर की घटना पूरी तरह से प्रायोजित थी। जब आलाकमान के खिलाफ़ विद्रोह कर अवमानना की गई थी और खेल उसी दिन से शुरू हो गया था खेल। आलाकमान के साथ फ़रेब, ऊपर सही फीडबैक न पहुँचने देना, किसी को विकल्प न बनने देना, अपरिपक्व और अपने फायदे के लिए जुड़े लोगों से घिरे रहकर आत्ममुग्धता में लगातार गलत निर्णय और आपाधापी में फैसले लिए जाते रहना, तमाम फीडबैक और सर्वे को दरकिनार कर अपनी मनमर्जी और अपने पसंदीदा प्रत्याशियों को उनकी स्पष्ट हार को देखते हुए भी टिकट दिलवाने की जिद हार का कारन बानी है।
चुनावी रणनीतियों को लेकर साधा निशाना
लाकेश शर्मा ने चुनावी रणनीतियों को लेकर अशोक गहलोत को घेरा। लोकेश ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि- मैं छः महीने लगातार घूम-घूम कर राजस्थान के कस्बों-गांव-ढाणी में गया, लोगों से मिला, हजारों युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किये, लगभग 127 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए ग्राउंड रिपोर्ट सीएम को लाकर दी, ज़मीनी हक़ीकत को बिना लाग-लपेट सामने रखा ताकि समय पर सुधारात्मक कदम उठाते हुए फैसले किये जा सकें जिससे पार्टी की वापसी सुनिश्चित हो... मैंने खुद ने भी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, पहले बीकानेर से फिर सीएम के कहने पर भीलवाड़ा से, जिस सीट को हम 20 साल से हार रहे थे, लेकिन ये नया प्रयोग नहीं कर पाए, और बीडी कल्ला जी के लिए मैंने 6 महीने पहले बता दिया था कि वे 20 हजार से ज्यादा मत से चुनाव हारेंगे और वही हुआ। अशोक गहलोत जी के पार्ट पर इस तरह फैसले लिए गए कि विकल्प तैयार ही नहीं हो पाए।
'न जादू चला और न अनुभव'
लोकेश शर्मा के मुताबिक गहलोत के चेहरे पर, उनको फ्री हैंड देकर, उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा और उनके मुताबिक प्रत्येक सीट पर वे स्वयं चुनाव लड़ रहे थे। न उनका अनुभव चला, न जादू और हर बार की तरह कांग्रेस को उनकी योजनाओं के सहारे जीत नहीं मिली और न ही अथाह पिंक प्रचार काम आया। तीसरी बार लगातार सीएम रहते हुए गहलोत ने पार्टी को फिर हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया। गहलोत ने आज तक पार्टी से सिर्फ़ लिया ही लिया है लेकिन कभी अपने रहते पार्टी की सत्ता में वापसी नहीं करवा पाए ।
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