लोकसभा में 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' पारित होना भारतीय संसदीय लोकतंत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है : भाजपा अध्यक्ष
लोकसभा और राज्यसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण देने वाले नारी-शक्ति वंदन अधिनियम को लोकसभा में ज्यादातर दलों का समर्थन मिला। महिला आरक्षण से संबंधित विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े, जबकि 2 सांसदों ने इस बिल के विरोध में वोट किया।
आपको बता दे कि इसको लेकर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकसभा में महिला आरक्षण से संबंधित विधेयक के भारी बहुमत से पारित होने को भारतीय संसदीय लोकतंत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया और महिला शक्ति को उनका वाजिब हक दिलाने वाले इस कानून के लिए पीएम मोदी का दिल से आभार व्यक्त किया।
लोकसभा में 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' का पारित होना एक ऐतिहासिक मील का पत्थर - जेपी नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष ने ट्विटर यानि एक्स पर पोस्ट करके कहा कि आज लोकसभा में 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' का पारित होना हमारे संसदीय लोकतंत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। पीएम मोदी द्वारा परिकल्पित यह विधेयक विधायी प्रक्रियाओं में महिलाओं की अधिक भागीदारी का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे उनकी आवाज को अधिक ताकत मिलेगी और हमारे देश की नियति को आकार देने में उनका योगदान बढ़ेगा।'
पीएम मोदी का हृदय से आभार - बीजेपी अध्यक्ष
बीजेपी अध्यक्ष आगे कहा यह महिला सशक्तिकरण और महिला नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने की दिशा में हमारी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि है। हमारी नारी शक्ति को उनका वाजिब हक दिलाने वाले इस कानून के लिए पीएम मोदी का हृदय से आभार।
जानिए ! लोकसभा में अभी कितने परसेंट महिला सांसद?
लोकसभा में जहां 14% सांसद हैं, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 33% हो जाएगी। फिलहाल देश के किसी भी राज्य में 15% से ज्यादा विधायक नहीं हैं, लेकिन बिल के कानून बनने के बाद यह संख्या अब 33% हो जाएगी। देश की जिन 18 विधानसभाओं में 10% से कम महिला विधायक हैं, वहां अब महिलाओं की संख्या कुल सीटों की एक तिहाई तक पहुंच जाएगी।