India WorldDelhi NCR Uttar PradeshHaryanaRajasthanPunjabJammu & Kashmir Bihar Other States
Sports | Other GamesCricket
Horoscope Bollywood Kesari Social World CupGadgetsHealth & Lifestyle
Advertisement

फांसी नहीं तो क्या..., उमर अब्दुल्ला के फांसी वाले बयान पर भड़के Rajnath Singh

06:48 PM Sep 08, 2024 IST
Advertisement

Rajnath Singh: जम्मू-कश्मीर के रामबन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को उमर अब्दुल्ला के बयान पर निशाना साधा। राजनाथ सिंह ने सवाल किया कि फांसी नहीं तो क्या माला पहनाना चाहिए।

Highlights

Rajnath Singh का उमर अब्दुल्ला को करारा जवाब

उमर अब्दुल्ला ने संसद भवन पर आतंकी हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी नहीं देने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अफजल गुरू को फांसी नहीं होनी चाहिए थी। उमर अब्दुल्ला के बयान पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) ने पलटवार करते हुए कहा, उमर अब्दुल्ला साहब कह रहे हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं होनी चाहिए थी। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं होनी चाहिए, तो क्या उन्हें सार्वजनिक रूप से माला पहनाना चाहिए।

POK के लोग कहेंगे कि हमें पाकिस्तान में नहीं रहना- Rajnath Singh

राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) ने कहा कि यहां भी भाजपा की सरकार बनाइए, तो यहां के विकास को देखने के बाद पीओके के लोग कहेंगे कि हमें पाकिस्तान में नहीं रहना है। हम भारत के साथ रहना चाहते हैं। मैं एक बात फिर कहना चाहता हूं कि हम पीओके के लोगों को अपना मानते हैं। अब सीमा पर बाड़ लगाने का काम भी पूरा हो जाएगा।

आर्टिकल-370 बहाल करने की हिम्मत किसी में नहीं- Rajnath Singh

Rajnath Singh ने नेशनल कॉन्फ्रेंस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि घाटी में सरकार बनने के बाद आर्टिकल-370 को लागू किया जाएगा, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि आर्टिकल-370 बहाल करने की हिम्मत किसी में नहीं है। जब तक भाजपा सत्ता में है, आर्टिकल-370 को घाटी में किसी भी कीमत पर बहाल नहीं किया जा सकता है।

राजनाथ सिंह ने पहले और वर्तमान के जम्मू-कश्मीर में बताया अंतर

राजनाथ सिंह ने आगे कहा, जम्मू-कश्मीर पहले आतंकवाद के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब यह पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है। पहले कभी घाटी के युवाओं के हाथों में पिस्तौल हुआ करते थे, लेकिन आज की तारीख में उनके हाथों में किताबें, लैपटॉप जैसी पढ़ने-लिखने के सामान हैं। यह एक बहुत बड़ा बदलाव है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Next Article