Raksha Bandhan: पेड़ों को राखी बांधकर भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को नया आयाम दे रहीं शाहजहांपुर की महिलाएं
Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन का पर्व भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है लेकिन ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में शाहजहांपुर में महिलाएं पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़-पौधों को अपना भाई मानकर उन्हें राखी बांधते हुए इस रिश्ते को एक नया आयाम दे रही हैं।
Raksha Bandhan पर महिलाएं पेड़ों को राखी बांधकर निभाईं भाई-बहन के रिश्ते
वैसे तो रक्षाबंधन(Raksha Bandhan) का पर्व सोमवार 19 अगस्त को है लेकिन शाहजहांपुर शहर की अनेक महिलाएं बृहस्पतिवार से ही वृक्षों के तने और टहनियों पर राखी बांध रही हैं। वे उन्हें तिलक लगाने के साथ-साथ मिष्ठान के तौर पर उनके पोषण के लिए प्राकृतिक खाद अर्पित करते हुए पेड़ों के दीर्घायु होने की कामना कर रही हैं यह प्रेरणादायक मुहिम चला रही महिलाओं में से ज्यादातर शहर के संभ्रांत लोगों के व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ी हैं। 'वीआईपी' नामक ग्रुप में शामिल लोगों की एक समिति भी है।
पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए जोड़ा भाई-बहन का संबंध
समिति की अध्यक्ष नीतू गुप्ता ने बताया कि रक्षाबंधन(Raksha Bandhan) भाई बहन द्वारा एक दूसरे का ख्याल रखने की बेहद पवित्र भावना का प्रतीक है इसलिए उसे पेड़-पौधों के संरक्षण से जोड़ने का विचार बनाया गया ताकि पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए लोग और भी ज्यादा प्रेरित हों। उन्होंने कहा, हमने अपनी साथी महिलाओं से पेड़ों को राखी बंधवाने का निर्णय लिया। पिछले बृहस्पतिवार से हमारे ग्रुप की सदस्य पेड़ों को राखी बांध(Raksha Bandhan) रही हैं और उनका तिलक करके मिष्ठान के तौर पर उनकी जड़ में प्राकृतिक खाद डालकर पानी दे रही हैं।
एक लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य
नीतू गुप्ता ने कहा, जलवायु परिवर्तन के गहराते संकट को देखते हुए हमने सोचा कि पर्यावरण संरक्षण का सबसे अच्छा तरीका बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना ही है इसके लिए मिशन मोड में काम किया गया और इस साल एक लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य है।
अब तक लगभग 1000 पेड़ों को बांध चुकी राखी
ग्रुप की सदस्य शमा जैदी ने कहा कि आज पेड़ों को संरक्षित रहने के लिए जो बीड़ा हमारे ग्रुप की सदस्यों ने उठाया है उसे सभी को अपनाना चाहिए ताकि हम पेड़ों को संरक्षित कर सकें। उन्होंने बताया कि व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ी महिलाएं अब तक लगभग 1000 पेड़ों को राखी बांध(Raksha Bandhan) चुकी हैं और सोमवार को रक्षाबंधन के दिन अपने घरों में पर्व मनाने के बाद ग्रुप की सदस्य पेड़ों की रक्षा करने वाले को राखी बांधने के अलावा उन्हें उपहार में वस्त्र तथा मिठाई देंगी।
जागरूकता के लिए महिला-पुरुषों को जोड़कर बनाया एक ग्रुप
शमा ने बताया कि ग्रुप द्वारा शहर की विभिन्न कॉलोनियों के लगभग 25 पार्कों तथा शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों, सरकारी कार्यालयों, विद्यालयों एवं कब्रिस्तान तथा श्मशान घाटों पर प्रमुख रूप से वृक्षारोपण किया जा चुका है। रक्षाबंधन पर पेड़ पौधों के संरक्षण के लिए उन्हें राखी बांध रही महिलाओं के व्हाट्सऐप ग्रुप के ‘एडमिन’ अभिनय कुमार गुप्ता ने 2015 में शहर की महिला पुरुषों को जोड़कर एक ग्रुप बनाया था। इस ग्रुप में चिकित्सक, अध्यापक और कई उद्योगपति जुड़े हैं। प्रतिवर्ष यह ग्रुप शहर को हरा भरा बनाने के लिए पेड़ लगा रहा है। उन्होंने बताया कि 200 सदस्यों वाले व्हाट्सऐप ग्रुप में करीब 70 महिलाएं हैं।
नगर आयुक्त डॉक्टर विपिन कुमार मिश्रा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों को राखी बांधने कि इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इसे जन आंदोलन बनाने की जरूरत है।
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