देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Advertisement
Advertisement
RBI भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से शिष्टाचार मुलाकात की। वित्त मंत्री के साथ दास की यह बैठक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक से करीब एक पखवाड़ा पहले हुई है। सीतारमण के कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि वित्त मंत्री ने शेयर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के साथ भी बैठक की है।
ये बैठकें ऐसे समय में हो रही हैं जब उद्योग जगत ब्याज दरों में कटौती की मांग कर रहा है और शेयर बाजारों में भारी अस्थिरता देखी जा रही है। आरबीआई ने फरवरी, 2023 से प्रमुख नीतिगत दर या रेपो को 6.5 प्रतिशत के उच्चस्तर पर कायम रखा है। माना जा रहा है कि एमपीसी की बैठक में एक अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति और वृद्धि की परिदृश्य पर अनुमान पेश किया जाएगा। दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक तीन से पांच अप्रैल को होगी। यह वित्त वर्ष 2024-25 की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक होगी।
आरबीआई ने फरवरी में जारी अपनी पिछली नीतिगत बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वृद्धि दर सात प्रतिशत और मुद्रास्फीति के 4.5 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया था। आरबीआई ने मंगलवार को जारी एक बुलेटिन में कहा था कि खाद्य कीमतों का दबाव खुदरा मुद्रास्फीति को रिजर्व बैंक के चार प्रतिशत के लक्ष्य तक तेजी से लाने में बाधा है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर से नीचे आ रही है और फरवरी में 5.09 प्रतिशत रही है। पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों में भारी अस्थिरता देखी गई है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सात मार्च को 74,245.17 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर को छू गया था। बुधवार को सूचकांक 72,101.69 अंक पर बंद हुआ।