संसद में विदेश मंत्री S. Jaishankar का बड़ा बयान, "बहुत कम समय में शेख हसीना ने कल कुछ वक्त के लिए भारत आने की मांगी थी अनुमति"
S. Jaishankar in Parliament: संसद में विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बड़ा बयान, "बहुत कम समय में शेख हसीना ने कल कुछ वक्त के लिए भारत आने की अनुमति मांगी थी सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि भारत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के मामले में स्थिति पर नज़र रख रहा है और अपने राजनयिक मिशनों के ज़रिए वहां के भारतीय समुदाय के साथ निकट और निरंतर संपर्क में है।
Highlights:
- बांग्लादेश में उत्पन्न स्थिति को लेकर संसद में बोले एस.जयशंकर
- शेख हसीना ने शार्ट नोटिस पर भारत आने की मांगी थी इजाजत
- बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहा अत्याचार, भारतीय सेना की सीमा पर मजबूत उपस्थिति
सीमा सुरक्षा बलों को अत्यधिक सतर्क रहने का दिया निर्देश
उच्च सदन में दिए गए एक बयान में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के शार्ट नोटिस पर बहुत कम समय के नोटिस पर फिलहाल भारत आने के अनुरोध के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत ने पड़ोसी देश में इस जटिल और अभी भी लगातार अस्थिर बने हुए हालात को देखते हुए अपने सीमा सुरक्षा बलों को अत्यधिक सतर्क रहने का निर्देश दिया है। जयशंकर ने उच्च सदन को बताया, अनुमान है कि पड़ोसी देश में 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से लगभग 9,000 छात्र हैं। हालाँकि, ज्यादातर छात्र जुलाई के महीने में ही भारत लौट आए।
कुछ समय के लिए भारत आने की मंज़ूरी मांगी- S. Jaishankar
उन्होंने कहा, पांच अगस्त को, प्रदर्शनकारी कर्फ्यू के बावजूद ढाका में एकत्र हुए। हमारी समझ यह है कि सुरक्षा संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया। बहुत कम समय के नोटिस पर, उन्होंने कुछ समय के लिए भारत आने की मंज़ूरी मांगी। विदेश मंत्री ने कहा, हमें बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान की मंजूरी के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ। वह कल शाम दिल्ली पहुंचीं। बांग्लादेश में स्थिति अभी भी अस्थिर है।
भारतीय समुदाय के साथ निकट और निरंतर संपर्क में- S. Jaishankar
जयशंकर ने कहा, सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने पांच अगस्त को राष्ट्र को संबोधित किया और जिम्मेदारी संभालने और अंतरिम सरकार के गठन की बात की। हम अपने राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निकट और निरंतर संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि भारत अल्पसंख्यकों की स्थिति के संबंध में भी स्थिति की निगरानी कर रहा है।
बांग्लादेश के साथ भारत के दशकों से गहरे संबंध हैं - S. Jaishankar
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के दशकों से गहरे संबंध हैं। उन्होंने कहा कि वहां के हालात से यहां भी चिंता उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि वहां जून से हालात बिगड़ने शुरु हुए और यह सिलसिला अब तक जारी है। उन्होंने कहा कि जो कुछ पड़ोसी देश में हुआ, उसका एक सूत्री एजेंडा यह था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा दे दें। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंसा एवं अस्थिरता को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने चिंता जतायी। विदेश मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ लगने वाली सीमा पर सुरक्षा बलों को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
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