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शर्मिला की पार्टी नहीं लड़ेगी तेलंगाना चुनाव, कांग्रेस को दिया समर्थन

04:04 PM Nov 03, 2023 IST
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YSR तेलंगाना पार्टी (YSRTP) ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने और कांग्रेस पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया है।शुक्रवार को YSRTP संस्थापक वाई.एस. शर्मिला ने कहा कि यह निर्णय यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) के खिलाफ वोटों का विभाजन न हो। यह दावा करते हुए कि मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के खिलाफ मजबूत सत्ता विरोधी लहर है, उन्होंने कहा कि यदि BRS विरोधी वोट विभाजित हो गए, तो वह फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। बता दें कि कुछ दिन पहले शर्मिला ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी सभी 119 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ऐसा YSRTP के कांग्रेस में विलय की बातचीत विफल होने के बाद हुआ।

शर्मिला ने कहा कि यह आसान फैसला नहीं था, क्योंकि वह चुनाव लड़ना चाहती थीं और विधायक बनना चाहती थीं और उनकी पार्टी के कई नेता भी चुनाव लड़ने का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा, तेलंगाना के लोगों के लिए यह हमारा बलिदान है। मुझे उम्मीद है कि पार्टी नेता और समर्थक मुझे समझेंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि कांग्रेस पार्टी केसीआर के निरंकुश और भ्रष्ट शासन को समाप्त करने की स्थिति में है, इसलिए YSRTP इसमें बाधा नहीं बनना चाहती। उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि अगर KCR दोबारा मुख्यमंत्री बने तो इतिहास मुझे माफ नहीं करेगा।''

अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी (YSR) की बेटी शर्मिला ने कहा कि YSR का सम्मान करने वाले कई कांग्रेस नेताओं ने उनसे कहा था कि ऐसे समय में जब कांग्रेस मजबूत स्थिति में है, YSR की बेटी होने के नाते उन्हें कुछ नहीं करना चाहिए, जो कांग्रेस की हार का कारण बनता है।

कांग्रेस को सबसे बड़ी धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस को हराने का मेरा कभी कोई इरादा नहीं था। मैं कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का बहुत सम्मान करती हूं। मेरे पिता पार्टी को अविभाजित आंध्र प्रदेश में सत्ता में लाए। शर्मिला ने कहा कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन्हें आमंत्रित किया था और उन्होंने उनसे कहा कि वे उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं। उन्होंने कहा कि कई बुद्धिजीवियों और मीडिया प्रमुखों ने भी केसीआर विरोधी वोटों को विभाजित न करने का अनुरोध किया था।

 

 

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