For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने निर्मला सीतारमण को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की

10:57 PM Jul 29, 2024 IST
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने निर्मला सीतारमण को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की

Karnataka: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और हाल के केंद्रीय बजट में कर्नाटक के प्रति अन्याय करने के लिए भाजपा नीत राजग सरकार की निंदा की।|

सिद्दारमैया ने खेला कन्नड़ कार्ड, कांग्रेस को 130 से ज्यादा सीटें मिलने का  किया दावा

CM सिद्दारमैया ने बजट पूर्व वादों को पूरा करने में विफल रहने के लिए सुश्री सीतारमण और केंद्र , सरकार पर सीधा हमला किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बजट ऊपरी भद्रा परियोजना, बेंगलुरु परिधीय रिंग रोड और जल निकाय विकास जैसी प्रमुख परियोजनाओं के लिए धन आवंटित करने में विफल रहा। उल्लेखनीय रूप से 15वें वित्त आयोग ने कर्नाटक के लिए विशेष अनुदान में 5,495 करोड़ रुपये की सिफारिश की थी, जो इस बजट में नहीं था।

आंध्र प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों को अनुदान देने पर निराशा व्यक्त की

मुख्यमंत्री ने  आंध्र प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों को अनुदान देने पर निराशा व्यक्त की, जबकि कर्नाटक को कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने अफसोस व्यक्त किया कि केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी और सुश्री सीतारमण कर्नाटक को उचित हिस्सा दिलाने में विफल रहे हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कर्नाटक ने रायचूर में मेकेदातु परियोजना या एम्स जैसे नए उद्योगों या विकास परियोजनाओं के वादे को ध्यान में नहीं रखा गया।

कर योगदान में कर्नाटक दूसरे स्थान पर, लेकिन आवश्यकताओं की अनदेखी 

उन्होंने भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में 31 प्रतिशत की गिरावट पर भी प्रकाश डाला, जिसके लिए उन्होंने सीतारमण की निगरानी में केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सवाल किया कि पूरे देश में कर योगदान में कर्नाटक दूसरे स्थान पर होने के बावजूद केंद, सरकार राज्य के महत्वपूर्ण वित्तीय आवश्यकताओं की अनदेखी क्यों कर रही है। सिद्दारमैया ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द, मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार किया था। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और तेलंगाना सहित अन्य गैर-भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों ने भी इसी तरह की शिकायतों को लेकर या तो बैठक का बहिष्कार किया या बहिर्गमन किया।

सभी राज्यों से सामूहिक विरोध करने का किया आग्रह 

कर्नाटक द्वारा अत्यधिक उधार लेने के आरोपों को के जबाव में उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य की उधारी राजकोषीय उत्तरदायित्व अधिनियम द्वारा निर्धारित सीमा के अंदर थी, जो केंद, सरकार के 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के उधार के विपरीत थी। उन्होंने केंद्र सरकार  के अन्याय के खिलाफ सामूहिक विरोध करने का आग्रह किया और कर्नाटक की अखंडता का बचाव किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में भ्रष्टाचार बहुत कम हो गया है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Shubham Kumar

View all posts

Advertisement
×