IndiaWorldDelhi NCRUttar PradeshHaryanaRajasthanPunjabJammu & Kashmir BiharOther States
Sports | Other GamesCricket
HoroscopeBollywood KesariSocialWorld CupGadgetsHealth & Lifestyle
Advertisement

हाथरस भगदड़ मामले में SIT ने प्रशासन को भेजी लगभग 300 पेज की रिपोर्ट, बाबा के राजनीतिक संबंधों के संकेत

10:37 AM Jul 09, 2024 IST
Advertisement

हाथरस भगदड़ मामले की जांच के लिए SIT ने उत्तर प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सूचना निदेशक शिशिर ने कहा, “SIT ने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।” हालांकि, उन्होंने रिपोर्ट के बारे में विस्तार से नहीं बताया। घटना के पीछे की वजहों की जांच के लिए गठित SIT में आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ मंडल आयुक्त शामिल थे। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त आईपीएस हेमंत राव और सेवानिवृत्त IPS भवेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक अलग न्यायिक आयोग भी हाथरस भगदड़ मामले की जांच कर रहा है।

रिपोर्ट में घटना के सभी पहलुओं को शामिल किया गया



अतिरिक्त डीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में 'भोले बाबा' के राजनीतिक संबंधों के संकेत दिए गए हैं। SIT की रिपोर्ट में घटना के सभी पहलुओं को शामिल किया गया है और भविष्य में राज्य में इसी तरह के आयोजनों के लिए सुझाव और दिशा-निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुखद घटना के तुरंत बाद SIT जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट में 125 व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए हैं। SIT ने भगदड़ के कारणों का पता लगाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों, कार्यक्रम आयोजकों और स्वयंसेवकों से पूछताछ की।

CM योगी ने घटना की जांच के आदेश दिए



सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में कुछ ऐसे राजनीतिक नेताओं की पहचान की गई है, जिनका चुनाव के दौरान भोले बाबा के साथ महत्वपूर्ण संबंध था। साथ ही, अन्य प्रासंगिक कनेक्शन भी हैं। कार्यक्रम में मौजूद स्थानीय नेताओं, सेवादारों, आयोजकों और अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं, क्योंकि वे लोगों की भीड़ का सही अनुमान लगाने में विफल रहे। रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर कार्यक्रम से संबंधित धन उगाही गतिविधियों के लिए राजनीतिक दलों के संपर्क में था। सीएम आदित्यनाथ ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं, जिसकी अध्यक्षता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। इसमें सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हेमंत राव और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी भावेश कुमार सिंह सदस्य होंगे। उम्मीद है कि पैनल अपनी जांच पूरी कर लेगा और दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंप देगा।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Next Article