जातिगत जनगणना से डरती क्यों हैं केंद्र सरकार - राहुल गांधी
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लोगों की जातियां जनगणना करना चाहते हैं। उनका मानना है कि यह अजीब है कि प्रधानमंत्री ऐसा करने से डरते हैं। राहुल का मानना है कि प्रधानमंत्री को जाति जनगणना के आंकड़े सबको दिखाने चाहिए। उनका यह भी मानना है कि अभी महिलाओं को राजनीति में ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए, लेकिन सरकार 10 साल तक इंतजार कराना चाहती है।
जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि महिला आरक्षण आज ही लागू हो। राहुल गांधी ने यहां पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जातिगत जनगणना की वकालत की और कहा, ‘‘अगर हम अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को भागीदारी देने की बात करते है तो बिना जातिगत जनगणना के यह नहीं किया जा सकता है। अगर प्रधानमंत्री 24 घंटे ओबीसी की बात करते हैं... ओबीसी की इज्जत की बात करते हैं... तो फिर प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं?
ओबीसी का अपमान मत कीजिए
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी अपने अगले भाषण में आप हिंदुस्तान को बता दीजिए ... कांग्रेस पार्टी ने जातिगत जनगणना करवाई थी ...आंकड़े आपके पास हैं... उन आंकड़ों को आप हिंदुस्तान के सामने रख दीजिए। हिंदुस्तान की जनता को दिखा दीजिए, और अगली जनगणना आप जातिगत आधार पर करवाइए ... ओबीसी का अपमान मत कीजिए... ओबीसी को धोखा मत दीजिए।’’ कांग्रेस नेता ने लोकसभा व विधानसभाओं में महिला आरक्षण को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
ये चाहते हैं कि महिला आरक्षण दस साल में लागू हो
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भाजपा के लोग कहते हैं कि महिला आरक्षण लागू करने से पहले नयी जनगणना व नए परिसीमन की जरूरत है। यह सच नहीं है... महिला आरक्षण को लागू करने के लिए, विधानसभा व लोकसभा की 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं को आज दी जा सकती हैं। मगर इन्होंने बहाना बनाया है... ये चाहते हैं कि महिला आरक्षण दस साल में लागू हो।