Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

भारत ने लेजर हथियार से ड्रोन गिराकर दिखाई 'स्टार वार्स' क्षमता, देखें Video

लेजर हथियार से ड्रोन गिराने में भारत ने रचा इतिहास

07:32 AM Apr 14, 2025 IST | Shivangi Shandilya

लेजर हथियार से ड्रोन गिराने में भारत ने रचा इतिहास

भारत ने डिफेंस क्षेत्र में एक और इतिहास रचते हुए लेजर हथियार से ड्रोन गिराया। आंध्र प्रदेश के कर्नूल में नेशनल ओपन एयर रेंज में लेजर-डायरेक्टेड एनर्जी वेपन सिस्टम के ट्रायल में यह सफलता मिली। अब भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जो हाई-पावर लेजर हथियारों से फिक्स्ड विंग और स्वार्म ड्रोन को नष्ट कर सकते हैं।

भारत ने डिफेंस क्षेत्र में एक बार फिर इतिहास कर दिखाया है। अब भारत उस गिनेचुने देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जो हाई-पावर लेजर हथियारों से फिक्स्ड विंग ड्रोन और स्वार्म ड्रोन को मार गिरा सकते हैं। यह पावरफुल कामयाबी भारत ने लेजर-डायरेक्टेड एनर्जी वेपन सिस्टम के ट्रायल में दिखाई। इसकी ट्रायल आंध्र प्रदेश के कर्नूल के नेशनल ओपन एयर रेंज में हुई।

DRDO चेरयरमैन ने बताया

भारत ने रविवार को लेजर आधारित हथियार प्रणाली का सफल ट्रायल किया, जो फिक्स्ड-विंग और स्वार्म ड्रोन को निष्क्रिय कर सकता है। भारत के अलावा, केवल अमेरिका, चीन और रूस ही इस तकनीक का उपयोग करके हथियारों को मार गिरा सकते हैं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मीडिया एजेंसी ANI को बताया कि उच्च शक्ति वाला लेजर-डीईडब्ल्यू ड्रोन और छोटे प्रोजेक्टाइल को मार गिराने की तकनीक से परिपूर्ण है।

चौथे या पांचवे नंबर पर भारत

बता दें कि DRDO के उच्च ऊर्जा प्रणाली एवं विज्ञान केन्द्र (CHESS), हैदराबाद ने कई शैक्षणिक संस्थानों और भारतीय उद्योगों के साथ मिलकर इस प्रणाली का विकास किया। इसपर DRDO के चेरयरमैन समीर वी कामत ने ANI को बताया कि, “जहां तक मुझे पता है कि अमेरिका, चीन, रूस इस तरह का ट्रायल किया है। अब ऐसे में भारत भी इस प्रणाली का प्रदर्शन करने वाला दुनिया के चौथे या पांचवे देश हैं”.

यात्रा की शुरुआत है

उन्होंने आगे कहा कि, “यह तो बस यात्रा की शुरुआत है। इस प्रयोगशाला ने DRDO की अन्य प्रयोगशालाओं, उद्योग और शिक्षा जगत के साथ जो तालमेल हासिल किया है, मुझे यकीन है कि हम जल्द ही अपनी मंजिल तक पहुंच जाएंगे।” चेयरमैन ने कहा, “हम उच्च ऊर्जा माइक्रोवेव, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स जैसी अन्य उच्च ऊर्जा प्रणालियों पर भी काम कर रहे हैं। इसलिए हम कई ऐसी तकनीकों पर काम कर रहे हैं जो हमें स्टार वार्स जैसी क्षमता प्रदान करेंगी। आज आपने जो देखा, वह स्टार वार्स तकनीकों का एक नमूना था।”

कैसे काम करता है यह?

MK -II(ए) लेजर-डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) दुनिया में सबसे शक्तिशाली काउंटर ड्रोन सिस्टम में से एक है, क्योंकि यह बिजली की स्पीड से हमला बोलता है, सटीकता रखता है और कुछ ही सेकंड में टारगेट को ध्वस्त करने की क्षमता रखता है। इस तरह से यह शक्तिशाली काउंटर ड्रोन सिस्टम बन गया है। माना गया है कि इस तरह का हथियार युद्ध को पूरी तरह से बदल सकता है। यह हथियार महंगे गोला-बारूद की जरुरत को कम करता है और नुकसान का रिस्क भी घटा देता है।

एक मिनट पहले ऑफिस छोड़ने पर महिला को मिली नौकरी से निकालने की ईमेल

Advertisement
Advertisement
Next Article