भारत-अमेरिका की आतंकवाद पर चर्चा, आत्मरक्षा के अधिकार पर जोर
भारत-अमेरिका का आतंकवाद पर एकजुट रुख, आत्मरक्षा पर जोर…
भारतीय और अमेरिकी रक्षा मंत्रियों ने पहलगाम हमले पर चर्चा की, जिसमें पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया गया। अमेरिका ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की पुष्टि की।
अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। अमेरिका ने पहलगाम हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। राजनाथ सिंह ने पीट हेगसेथ को बताया कि पाकिस्तान आतंकवादियों को समर्थन, प्रशिक्षण और फंडिंग देता रहा है। पाकिस्तान का इतिहास आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और फंडिंग देने का रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा, “पाकिस्तान एक धूर्त राष्ट्र के रूप में बेनकाब हो चुका है, जो वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है। दुनिया अब आतंकवाद पर आंखें मूंदे नहीं रह सकती।” रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि वैश्विक समुदाय को ऐसे जघन्य आतंकी कृत्यों की स्पष्ट और दृढ़ निंदा करनी चाहिए। पीट हेगसेथ ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के पूर्ण समर्थन की पुनः पुष्टि की। उन्होंने कहा, अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निहत्थे लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी।
The U.S. Secretary of Defence @PeteHegseth spoke to Raksha Mantri Shri @rajnathsingh earlier today and expressed his deepest sympathies for the tragic loss of innocent civilians in the dastardly terror attack in Pahalgam, Jammu & Kashmir.
Secretary Hegseth said that the U.S.…
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 1, 2025
इसके बाद से पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भी संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। गुरुवार को लगातार सातवें दिन पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर से लगी नियंत्रण रेखा पर फायरिंग की है। भारतीय सेना ने बिना किसी देरी के इस फायरिंग का जवाब दिया है। पाकिस्तानी सेना बीते शुक्रवार से हर रोज नियंत्रण रेखा पर फायरिंग कर रही है। भारतीय सेना के मुताबिक, 30 अप्रैल और 1 मई की बीच की रात पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और अखनूर के सामने नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी की। हर दिन की ही तरह यह फायरिंग बिना किसी उकसावे के की गई। पाकिस्तानी सेना ने छोटे हथियारों से यह गोलीबारी की है। भारतीय सेना ने भी इसका उचित जवाब दिया।
उल्लेखनीय है कि पहलगाम हमले की जड़ में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर द्वारा दिया गया भड़काऊ और भारत विरोधी बयान है। मुनीर ने इस्लामाबाद में 16 अप्रैल को प्रवासी पाकिस्तानियों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ भड़काऊ बातें कही थीं। इसके दो दिन बाद, 18 अप्रैल को, पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के खैगला, रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा के एक नेता ने भारत विरोधी जहरीला भाषण दिया, जिसमें भारतीय सेना द्वारा मारे गए दो आतंकवादियों का बदला लेने की धमकी दी गई। इस बयानबाजी के बाद ही लश्कर के ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी।