W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

भारत और अमेरिका की साझेदारी नई ऊंचाई पर पहुंची: NSA जेक सुलिवन

09:31 AM Apr 10, 2024 IST | Yogita Tyagi
भारत और अमेरिका की साझेदारी नई ऊंचाई पर पहुंची  nsa जेक सुलिवन
Advertisement

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने कहा है कि प्रौद्योगिकी एवं अन्य क्षेत्रों में सहयोग से भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। जेक सुलिवन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘ब्रिक्स में शामिल देश भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी प्रौद्योगिकी सुरक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग के कारण नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।’’ ब्रिक्स दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात इसके सदस्य हैं।

  • भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी नई ऊंचाई पर पहुंच गई है- जेक सुलिवन
  • ब्रिक्स दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है- जेक सुलिवन

NATO को बनाया पहले से अधिक बड़ा- जेक सुलिवन

जेक सुलिवन से पूछा गया कि ईरान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने और सऊदी अरब के इसका हिस्सा बनने पर विचार करने के मद्देनजर क्या दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व की स्थिति कमजोर हो रही है। इसके जवाब में जेक सुलिवन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर आप दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका की भूमिका और उसके संबंधों को देखें, तो हम अपनी स्थिति को देखकर अच्छा महसूस करते हैं।’’ जेक सुलिस ने आगे कहा, ‘‘यदि आप देखें कि नाटो में क्या हुआ है, हमने नाटो को पहले से कहीं अधिक बड़ा बना दिया है, यदि आप देखें कि इस सप्ताह क्या हो रहा है, तो अमेरिका, जापान और फिलीपीन की एक ऐतिहासिक त्रिपक्षीय बैठक हो रही हैं। यदि आप हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर नजर डालें, तो पाएंगे कि कैसे हमने न केवल पारंपरिक सहयोगियों के साथ, बल्कि वियतनाम, इंडोनेशिया, आसियान के सदस्य देशों के साथ भी अपने संबंधों को मजबूत किया है।’’

चीन के बारे में बोले जेक

जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिका ने रूस के रक्षा औद्योगिक आधार को मदद देने के संबंध में चीन के सामने अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने कोई सबूत नहीं देखा है कि वे रूस को सीधे सैन्य सहायता प्रदान करेंगे, लेकिन हमने रूस के रक्षा औद्योगिक आधार को मदद देने को लेकर चिंता व्यक्त की है जिसके बारे में अमेरिका के रक्षा मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पिछले सप्ताह यूरोप में काफी प्रभावी ढंग से बात की थी।’’

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।   

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Author Image

Yogita Tyagi

View all posts

Hello, I'm Yogita Tyagi your wordsmith at Punjab Kesari Digital. Simplifying politics and health in Hindi, one story at a time. Let's make news easy and fun.

Advertisement
×