For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

2047 तक प्रमुख Aerospace शक्ति बनेगा भारत: एयर चीफ मार्शल एपी सिंह

IAF ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं

04:59 AM Mar 01, 2025 IST | Himanshu Negi

IAF ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं

2047 तक प्रमुख aerospace शक्ति बनेगा भारत  एयर चीफ मार्शल एपी सिंह

भारतीय वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने 2047 तक एक प्रमुख एयरोस्पेस शक्ति बनने का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना (IAF) ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में पहले ही महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें अपने कर्मियों को अधिक अंतरिक्ष-उन्मुख बनाने के लिए शिक्षित करना भी शामिल है।

Army Chief General Upendra Dwivedi का फ्रांस दौरा, शहीद भारतीय सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की

भारत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष यान मिशन

चाणक्य डायलॉग्स कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कि एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हम 2047 तक एक एयरोस्पेस शक्ति बनना चाहेंगे। हमने अपने लोगों को अधिक अंतरिक्ष-उन्मुख बनाने के लिए शिक्षित करने की दिशा में पहले ही कदम उठाए हैं। IAF भारत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष यान मिशन, गंगायान परियोजना में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री, चार गगनॉट्स, IAF अधिकारी थे, और बल की चिकित्सा और प्रशिक्षण टीम ने उनके चयन और प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। IAF ने मिशन की सुरक्षा आवश्यकताओं में भी योगदान दिया।

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि भारतीय वायुसेना शुरू से ही गंगानयान परियोजना में शामिल रही है। चारों गगनॉट हमारे अधिकारी थे, और हमारी चिकित्सा और प्रशिक्षण टीम उनके प्रारंभिक चयन और प्रशिक्षण में शामिल थी। इस मानवयुक्त मिशन की सुरक्षा आवश्यकताओं को भारतीय वायुसेना के योगदान से तय किया गया था। गगनयान परियोजना में 3 सदस्यों के दल को 3 दिवसीय मिशन के लिए 400 किलोमीटर की कक्षा में लॉन्च करके और उन्हें भारतीय समुद्री जल में उतारकर सुरक्षित रूप से धरती पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Himanshu Negi

View all posts

Advertisement
×