'भारतीय क्रिकेट किसी की संपत्ति...'- गौतम गंभीर ने गावस्कर की आलोचना का दिया करारा जवाब
गंभीर ने गावस्कर को दिया जवाब: भारतीय क्रिकेट किसी की संपत्ति नहीं
भारतीय क्रिकेट में जुबानी जंग तब भड़क गई जब गौतम गंभीर ने सुनील गावस्कर की आलोचना का जवाब दिया। गंभीर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट किसी की संपत्ति नहीं है और यह 140 करोड़ भारतीयों की पहचान है। गावस्कर ने गंभीर पर पुरस्कार राशि को लेकर कटाक्ष किया था, जिसका गंभीर ने बिना नाम लिए करारा जवाब दिया।
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय क्रिकेट में ही जुबानी जंग छिड़ गई है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गवास्कर ने ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारत के खराब प्रदर्शन के लिए टीम आलोचना की थी। इसके बाद अब भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सुनील गावस्कर को जवाब दिया है। गंभीर की कोचिंग में भारत ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अपने नाम की। गावस्कर ने पुरस्कार राशि को लेकर गंभीर पर कटाक्ष किया था की उन्होंने ये नहीं बताया की उन्होंने इसे अपने साथी कोचिंग स्टाफ के साथ शेयर किया या नहीं। हाल ही में गंभीर ने बिना किसी का नाम लिया जवाब दिया और कहा की भारतीय क्रिकेट किसी की प्रॉपर्टी नहीं है।
गंभीर ने ‘इंडिया एट 2047’ समेल्लन में कहा, “लोगों का काम मेरी आलोचना करना है और उन्हें आलोचना करनी चाहिए। लेकिन कुछ लोग हैं जो 20-25 सालों से कमेंट्री बॉक्स में बैठे हैं। उन्होंने मेरे हर काम पर सवाल उठाए।
उन्हें लगता है की भारतीय क्रिकेट उनकी संपत्ति है। दुर्भाग्य से, भारतीय क्रिकेट किसी की संपत्ति नहीं है। यह 140 करोड़ भारतीयों की पहचान है और यह ऐसा ही रहेगा। उन्होंने मेरी कोचिंग, मेरे रिकॉर्ड, मेरे कनकशन और यहाँ तक की मेरी पुरस्कार राशि पर भी सवाल उठाए है।”
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत को 3-1 से हार मिली थी। टीम के बड़े खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन भी इस सीरीज में काफी खराब रहा था। गावस्कर ने गंभीर और कोचिंग स्टाफ की काफी आलोचना की थी। हालांकि ऑस्ट्रेलिया सीरीज पहली सीरीज नहीं थी जिसमें टीम ने खराब प्रदर्शन किया था। इससे पहले भारत न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध घरेलु सीरीज में भी असफल रही थी और तीन मैचों की सीरीज में व्हिटवॉश हो गई थी।
गावसकर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत करते हुए कहा था, “कोचिंग स्टाफ क्या कर रहा था? बैटिंग कोच? न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत 46 रन पर ऑल आउट हो गया। बाकी मैचों में वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और सीरीज हार गए। बैटिंग ऑर्डर में कोई चरित्र नहीं था। ऑस्ट्रेलिया में भी भारत के बैटिंग ऑर्डर में मजबूती की कमी थी।
गावस्कर ने गंभीर पर निशाना साधना बंद नहीं किया। भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद गावस्कर ने पूछा की क्या गंभीर पुरस्कार राशि को अन्य कोचिंग स्टाफ के साथ बराबर बाटेंगे, जैसा की राहुल द्रविड़ ने टी20 विश्व कप जीत के बाद किया था।
उन्होंने आगे कहा, “जिनके पास सिर्फ 1 दिन, 180 दिन है बिताने के लिए। मैं एक भारतीय हूँ, और मैं अपनी आखिरी साँस तक भारतीय ही रहूँगा। मैं टैक्स बचाने के लिए NRI नहीं बनूंगा। जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं, उन्हें दुसरो के घरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए।”