अंतिम दौर में पहुंचा 'ऑपरेशन गंगा' मिशन, हंगरी में भारतीय दूतावास ने नागरिकों से की ये खास अपील
भीषण युद्धग्रस्त क्षेत्र यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा अपने आखिरी चरण में पहुंच चुका है। भारतीय दूतावास ने इसकी जानकारी दी। दूतावास ने बचे हुए छात्रों से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुंचने की अपील की है।
04:11 PM Mar 06, 2022 IST | Desk Team
भीषण युद्धग्रस्त क्षेत्र यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा अपने आखिरी चरण में पहुंच चुका है। भारतीय दूतावास ने इसकी जानकारी दी। दूतावास ने बचे हुए छात्रों से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुंचने की अपील की है। इससे पहले यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में भारतीयों से उनके मोबाइल नंबर और स्थान के साथ ‘तत्काल आधार’ पर उनसे संपर्क करने को कहा है।
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हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर महत्वपूर्ण ऐलान किया
हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर महत्वपूर्ण घोषणा की है। इसने कहा, “भारतीय दूतावास ने आज ऑपरेशन गंगा उड़ानों के अपने अंतिम चरण की शुरुआत की। अपने स्वयं के आवास (दूतावास द्वारा व्यवस्थित के अलावा) में रहने वाले सभी छात्रों से अनुरोध किया जाता है कि वे हंगरी, राकोजी UT 90 (बुडापेस्ट) में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच पहुंचें।”
2,200 से अधिक भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए 11 विशेष उड़ानें
बता दें कि हंगरी की सीमा युद्धग्रस्त यूक्रेन से लगती है और अभी तक इस देश से होते हुए हजारों भारतीयों को भारत लाया गया है। भारत के दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी के समन्वय के लिए बुडापेस्ट (हंगरी) में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। 2,200 से अधिक भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए रविवार को बुडापेस्ट, कोसिसे, रेजजो और बुखारेस्ट से ग्यारह और विशेष उड़ानें संचालित होने की उम्मीद है।
छात्रों को यहां से बाहर निकालने के लिए ट्रेनों की व्यवस्था की है : विदेश मंत्री
इससे पहले यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा ने संबोंधन के दौरान बताया कि, यूक्रेन की सरकार ने विदेशी छात्रों को यहां से बाहर निकालने के लिए ट्रेनों की व्यवस्था की है और लगातार कई देशों के दूतावासों के साथ संपर्क में है। कुलेबा ने दावा किया कि, जिन देशों में यूक्रेन के नागरिक है, रूस उनकी सहानुभूति जितने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा यदि रूस मदद करता है तो विदेशी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। विदेश मंत्री ने कहा, मैं भारत, चीन और नाइजीरिया की सरकारों से रूस द्वारा हो रही फायरिंग रूकवाने की अपील करता हूं।
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