भारतीय टेस्ट टीम की शानदार शुरुआत, पहले दिन का खेल ख़त्म होने तक हुई यह 5 चीज़े
पहले दिन भारतीय टीम की दमदार प्रदर्शन की झलक
भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक नया युग शुरू हो चुका है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद पहली बार भारतीय टीम नए नेतृत्व और नए जोश के साथ मैदान पर उतरी। हेडिंग्ले के ऐतिहासिक मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है। मुकाबले की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने उम्मीदों से कहीं बढ़कर प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। हालांकि, मौसम ने भारत का साथ दिया। साफ आसमान और हल्की धूप बल्लेबाजों के लिए अनुकूल रही। भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत आधार दिया।
मैच शुरू होने से पहले एक खास क्षण देखने को मिला जब अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने युवा खिलाड़ी साई सुदर्शन को उनकी टेस्ट डेब्यू कैप सौंपी। इस तरह साई सुदर्शन भारत के 317वें टेस्ट खिलाड़ी बने। हालांकि, डेब्यू मुकाबला उनके लिए खास नहीं रहा और वह बिना खाता खोले डक पर आउट हो गए। साई के अलावा 20 जून का दिन टेस्ट डेब्यू के लिहाज से कई दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों के लिए भी यादगार रहा है। जिनमें राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, विराट कोहली, अभिनव मुकुंद और प्रवीण कुमार शामिल हैं। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। सभी खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे और एक मिनट का मौन भी रखा गया। इस हादसे में करीब 270 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस सम्मानजनक पहल ने दर्शकों के दिल को छू लिया।
भारत के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 159 गेंदों पर 101 रन की शानदार पारी खेली। हालांकि बेन स्टोक्स की गेंद पर वे अंततः बोल्ड हो गए। जायसवाल को पारी के दौरान एक बड़ा जीवनदान भी मिला। 30वें ओवर में क्रिस वोक्स की गेंद उनके पैड्स पर जा लगी थी। इंग्लैंड ने अपील की लेकिन अंपायर ने नकार दिया। स्टोक्स ने रिव्यू भी नहीं लिया। बाद में रिप्ले में साफ दिखा कि अगर रिव्यू लिया जाता तो जायसवाल आउट हो सकते थे। टीम की कमान संभाल रहे शुभमन गिल ने भी अपने नए जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। पहली बार टेस्ट क्रिकेट में चौथे नंबर पर खेलते हुए गिल ने शतक जड़ा। उन्होंने 175 गेंदों में नाबाद 127 रन बनाए और दिन का खेल समाप्त होने तक डटे रहे। गिल की यह संयमित और आक्रामक बल्लेबाजी भारत की मजबूत स्थिति का प्रमुख कारण रही।
भारतीय पारी के दौरान एक अजीबोगरीब घटना भी देखने को मिली। 51वें ओवर की पांचवीं गेंद पर यशस्वी जायसवाल का शॉट स्लिप में खड़े हैरी ब्रूक के हाथ से छिटक गया और विकेटकीपर के पीछे रखे हेलमेट से टकरा गया। नियमानुसार इंग्लैंड को पेनल्टी लगी और भारत को अतिरिक्त 5 रन मिले। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3 विकेट के नुकसान पर 359 रन बना लिए हैं। भारत की यह शुरुआत इंग्लैंड के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।