भारत का APEDA निर्यात 7% से अधिक बढ़ा, चावल के निर्यात में वृद्धि
भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अग्रसर है। वर्ष 2025-26 में की पहली तिमाही में भारत का APEDA निर्यात 7 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। इस प्रतिशत की तेजी के साथ यह अभ 5.96 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। बता दें कि इस निर्यात में चावल, फल, सब्जी और मांस का शिपमेंट शामिल है। साथ ही बासमती चावल ने भी निर्यात के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
चावल का निर्यात
खाद्य वस्तुओं के निर्यात में सबसे ज्यादा चावल के निर्यात ने रिकॉर्ड तोड़े है। बता दें कि वर्ष 2025 में चावल का निर्यात लगभग 12.47 बिलियन तक पहुंचा है। वैश्विक स्तर की बात करें तो भारत के चावल का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। साथ ही टॉप निर्यातक में अपनी मजबूत स्थिति कायम कर रखी है।
पोल्ट्री का बढ़ता निर्यात
चावल के निर्यात के साथ ही डेयरी के उत्पादों का निर्यात भी तेजी से बढ़ा है। बता दें कि डेयरी और पोल्ट्री निर्यात 17 प्रतिशत बढ़ा है। इस प्रतिशत के साथ ही यह 1.18 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। वहीं फलों और सब्जी के निर्यात में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह 13 प्रतिशत तक बढकर 0.95 डॉलर तक पहुंच गया है।
दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक
सभी खाद्य वस्तुओं के निर्यात के साथ ही भारत भैंस के मांस का दूसरा बड़ा निर्यातक बन गया है। बता दें कि वियतनाम, मिस्र, सऊदी अरब और इराक देशों में मांस का निर्यात किया जाता है। बता दें कि वर्श 2025 में Apeda का निर्यात 25.14 डॉलर तक पहुंच गया है और यह वर्ष 2024 की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत से अधिक है।
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