देश का कोयला आयात 12 प्रतिशत बढ़ा
कोयला आयात चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 4 महीनों अप्रैल-जुलाई में 11.9% बढ़कर 7.87 करोड़ टन रहा। 2017-18 की अप्रैल-जुलाई अवधि में कोयला आयात 7.03 करोड़ टन था।
नई दिल्ली : देश का कोयला आयात चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों अप्रैल-जुलाई में 11.9% बढ़कर 7.87 करोड़ टन रहा। पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की अप्रैल-जुलाई अवधि में देश का कोयला आयात 7.03 करोड़ टन था। यह आंकड़े टाटा स्टील और सेल के संयुक्त उपक्रम एमजंक्शन सेवाओं ने जारी किए हैं। इनके मुताबिक, ‘चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह में कोयला और कोक कोयले का आयात 7.87 करोड़ टन रहा है। यह इससे पिछले वित्त वर्ष के 7.03 करोड़ टन के मुकाबले 12% अधिक है।’
आरंभिक आंकड़ों के अनुसार जुलाई में देश का सभी तरह के कोयला का कुल आयात 42% बढ़कर 2.07 करोड़ टन रहा जो पिछले साल इसी माह में 1.46 करोड़ टन था। यह जून 2018 के 1.87 करोड़ टन आयात से भी अधिक है। जुलाई में कोयला और कोक कोयला का आयात बढ़ने की अहम वजह गैर-कोक कोयले के आयात में 12.9% की वृद्धि होना है। एमजंक्शन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय वर्मा का कहना है कि घरेलू कोयला उत्पादक कंपनियों के भरसक प्रयास के बावजूद बिजली संयंत्र कोयले की कमी का सामना कर रहे हैं।
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इसलिए जुलाई में बाहर से कोयले का आयात बढ़ा है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयला की कीमतों में गिरावट और भविष्य में इनके और घटने की संभावना के चलते भी कोयला का आयात बढ़ा है। उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2017-18 में देश का कोयला आयात 20.82 करोड़ टन था। जबकि 2014-15 में यह 21.77 करोड़ टन और 2016-17 में 19.09 करोड़ टन रहा था।