म्यांमार के लिए भारत की दरियादिली, ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत 2500 से अधिक मरीजों का इलाज संभव
ऑपरेशन ब्रह्मा: म्यांमार के 2500 मरीजों को मिला नया जीवन
म्यांमार में 28 मार्च को आए भूकंप के बाद भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत 50 टन राहत सामग्री भेजी है। इस सहायता से 2500 से अधिक मरीजों का इलाज किया जाएगा। भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी देशों की मदद की है। ऑपरेशन ब्रह्मा, आपदा के बाद म्यांमार को भारत की समर्पित मानवीय सहायता है। इस पहल के तहत, भारत ने यांगून क्षेत्र में प्रवासी भारतीयों को भी सहायता प्रदान की है।
भारत ने म्यांमार को 50 टन प्री-फैब्रिकेटेड भेजे हैं। पिछले माह 28 मार्च को म्यांमार में भूकंप से हाहाकार मच गया। इस हादसे में कई लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई थी। वहीं भारत ने अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए हमेशा दरियादिली दिखाई है। भारत ने मंगलवार को ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत राहत सामग्री भेजे हैं।
म्यांमार भेजा गया राहत सामग्री
बता दें कि 28 मार्च को म्यांमार में आए भूकंप से हड़कंप मच गया। भूकंप की स्पीड इतनी तेज थी कि इससे अधिक विनाश हुआ है। भूकंप के बाद भारत ने म्यांमार को चिकित्सा सहायता, खाध सामग्री एवं अन्य जरुरत की सामान सहित 750 मीट्रिक टन से ज्यादा राहत सामग्री भेजी है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत म्यांमार को राहत सामग्री और मानवीय सहायता की चल रही आपूर्ति के हिस्से के रूप में, लगभग 50 टन वजन वाले 20 पूर्व-निर्मित कार्यालयों के घटकों को IAF C-17 द्वारा 15 अप्रैल 2025 को म्यांमार भेजा गया था।”
2500 से अधिक मरीजों का इलाज
ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत 200 बेड वाले फिल्ड अस्पताल ने पिछले 15 दिनों में 2500 से अधिक मरीजों का इलाज किया है। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि म्यांमार में आए 28 मार्च को भूकंप के बाद सबसे पहले भारत ने ही सहायता के लिए कदम बढ़ाया था। उस दौरान भारत ने 750 मीट्रिक टन राहत सामग्री भेजी थी। ऑपरेशन ब्रह्मा, आपदा के बाद म्यांमार को भारत की समर्पित मानवीय सहायता है। इस पहल के तहत, भारत ने यांगून क्षेत्र में प्रवासी भारतीयों को भी सहायता प्रदान की है।
संकट में भारत की मदद
इसके अतिरिक्त, 80 सदस्यीय एनडीआरएफ भारी शहरी खोज और बचाव विशेषज्ञ टीम और 127 सदस्यीय भारतीय सेना फील्ड अस्पताल टीम से युक्त मानवीय सहायता भी तैनात की गई थी। म्यांमार को मानवीय सहायता और आपदा राहत सामग्री की आपूर्ति, म्यांमार के लोगों के साथ खड़े रहने तथा इस कठिन समय में उन्हें समर्थन देने की भारत की इच्छा को दर्शाती है।
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