108वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि, जानें इंदिरा गांधी कैसे बनीं 'द आयरन लेडी'
Indira Gandhi birth anniversary: देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री और 'भारत रत्न' इंदिरा गांधी की 108वीं जयंती मनाई जा रही है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।" इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 को पहली बार देश की प्रधानमंत्री बनीं। इसके बाद 14 जनवरी 1980 को दोबारा इस जिम्मेदारी को संभालने का मौका मिला।
PM Modi News: 1917 में इंदिरा गांधी का जन्म

19 नवंबर 1917 को इंदिरा गांधी का जन्म देश के एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार में हुआ था। वह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं। इंदिरा गांधी शुरू से ही स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहीं। बचपन में उन्होंने 'बाल चरखा संघ' की स्थापना की और असहयोग आंदोलन के दौरान कांग्रेस पार्टी की सहायता के लिए 1930 में बच्चों के सहयोग से 'वानर सेना' बनाई। सितंबर 1942 में उन्हें जेल में डाल दिया गया। 1947 में इन्होंने महात्मा गांधी के मार्गदर्शन में दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्रों में कार्य किया।

Indira Gandhi News: इंदिरा गांधी की राजनीतिक जिम्मेदारियां

कांग्रेस पार्टी के संगठनात्मक पदों पर पहुंचने के साथ-साथ उनकी राजनीतिक जिम्मेदारियां लगातार बढ़ती गईं। 1955 में वे कांग्रेस कार्य समिति और पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य बनीं। 1958 में, वे कांग्रेस के केंद्रीय संसदीय बोर्ड में शामिल हुईं। उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय एकता परिषद की अध्यक्ष, अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की अध्यक्ष और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महिला विभाग की प्रमुख के रूप में भी कार्य किया। इंदिरा गांधी 1959 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं और 1960 तक और फिर जनवरी 1978 से इस पद पर रहीं।
Indira Gandhi birth anniversary: 1966 में भारत की प्रधानमंत्री बनीं
उनका मंत्री पद का कार्यकाल 1964 से 1966 तक सूचना और प्रसारण मंत्री के रूप में कार्य करने के साथ शुरू हुआ। जनवरी 1966 में वे भारत की प्रधानमंत्री बनीं और मार्च 1977 तक और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 में उनकी हत्या होने तक इस पद पर रहीं। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने एक साथ कई प्रमुख विभागों का कार्यभार संभाला, जिनमें 1967 से 1977 तक परमाणु ऊर्जा मंत्री, 1967 से 1969 तक विदेश मंत्री, 1970 से 1973 तक गृह मंत्री और 1972 से 1977 तक अंतरिक्ष मंत्री शामिल हैं। जनवरी 1980 में, वे योजना आयोग की अध्यक्ष बनीं।
इंदिरा गांधी चौथे, पांचवें और छठे आम चुनावों में लोकसभा के लिए निर्वाचित होने से पहले 1964 से 1967 तक राज्यसभा सदस्य रहीं। जनवरी 1980 में, उन्होंने उत्तर प्रदेश के रायबरेली और आंध्र प्रदेश के मेडक, दोनों सीटों से जीत हासिल की। हालांकि बाद में उन्होंने मेडक सीट बरकरार रखने का फैसला किया। उन्होंने 1967 से 1977 तक और फिर 1980 से कांग्रेस संसदीय दल की नेता के रूप में भी कार्य किया।
Iron Lady: इंदिरा गांधी से आयरन लेडी की उपाधि
इंदिरा गांधी को ‘द आयरन लेडी’ की उपाधि उनके दृढ़ नेतृत्व और निडर निर्णयों के कारण मिली। 1966 में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने के बाद, उन्होंने कई कठिन परिस्थितियों में साहसिक कदम उठाए। उनका व्यक्तित्व मजबूत और अडिग था, चाहे वह राजनीतिक विरोधियों का सामना करना हो या राष्ट्रीय संकटों का।
Indo-Pak war: भारत-पाक युद्ध

1971 का भारत-पाक युद्ध उनके नेतृत्व का सबसे बड़ा उदाहरण है। इस युद्ध में उन्होंने स्पष्ट और निर्णायक कदम उठाए, जिससे भारत ने विजय प्राप्त की और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। इसके अलावा, आर्थिक और सामाजिक सुधारों में भी उन्होंने कठोर निर्णय लिए। उनकी नीतियों में राष्ट्रीयकरण, हरित क्रांति और गरीबी उन्मूलन के प्रयास शामिल थे।
‘द आयरन लेडी’ का खिताब

इंदिरा गांधी की दृढ़ इच्छाशक्ति, साहस और नीतिगत स्पष्टता ने उन्हें ‘द आयरन लेडी’ का खिताब दिलाया। यह उपाधि केवल शक्ति के लिए नहीं, बल्कि कठिन समय में ठोस और निर्णायक नेतृत्व दिखाने के लिए दी गई। उनके समय में भारत ने कई मुश्किलों का सामना किया, लेकिन उनका आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता हमेशा देश के लिए मिसाल बनी।
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