अमेरिका में निर्वासित किए जा रहे भारतीय छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार, लोगों का फूटा गुस्सा
वायरल वीडियो से भारत में आक्रोश, सरकार से मदद की अपील
अमेरिका में भारतीय छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार का वीडियो वायरल होने पर लोगों में आक्रोश फैल गया है। नेवार्क एयरपोर्ट पर छात्र को जमीन पर गिराकर हथकड़ी लगाई गई। भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा कर भारत सरकार से मदद की अपील की है।
अमेरिका में निर्वासित किए जा रहे भारतीय छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। नेवार्क एयरपोर्ट में इस वीडियो के अनुसार निर्वासित किए गए भारतीय छात्र को जमीन पर गिराया गया और हाथों में हथकड़ी लगाई गई थी। इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश का माहौल है और भारत सरकार से ऐसे मामलों में ध्यान देने के लिए अपील की गई है। भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने यह वीडियो शेयर करके सरकार से मदद की अपील की है।
I witnessed a young Indian student being deported from Newark Airport last night— handcuffed, crying, treated like a criminal. He came chasing dreams, not causing harm. As an NRI, I felt helpless and heartbroken. This is a human tragedy. @IndianEmbassyUS #immigrationraids pic.twitter.com/0cINhd0xU1
— Kunal Jain (@SONOFINDIA) June 8, 2025
किसने किया वीडियो शेयर ?
बता दें कि यह वीडियो पेशे से लेखक माने जाने वाले भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने सोशल मीडिया एक्स में शेयर किया है। निर्वासित किए गए छात्र के साथ किया गया अमानवीय व्यवहार की वीडियो को शेयर किया गया है साथ ही केंद्र सरकार और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को टैग करके मदद की अपील भी की गई है।
जनवरी से अब तक 388 भारतीय America से निर्वासित होकर लौटे, केंद्र सरकार ने दी जानकारी
उद्यमी कुणाल जैन का बयान
एक्स में वीडियो शेयर करने के साथ ही उद्यमी कुणाल जैन लिखा की निर्वासित किया गया छात्र की भाषा हरियाणा की है जिससे माना जा रहा है कि वह हरियाणा का निवासी हो सकती है। साथ ही लिखा की निर्वासित किया गया छात्र मदद की गुहार लगा रहा था और कह रहा था कि वह छात्र को पागल घोषित करना चाहते थे लेकिन छात्र चिल्ला रहा था कि मैं पागल नहीं हूं।
अमेरिका से अवैध भारतीयों को किया निर्वासित
इस साल जनवरी से अब तक कुल 388 निर्वासित लोग अमेरिका से भारत पहुंचे हैं। इनमें से 333 लोग तीन निर्वासन उड़ानों के माध्यम से अमृतसर पहुंचे और 55 भारतीय नागरिक वाणिज्यिक उड़ानों से पनामा के रास्ते अमेरिका से नई दिल्ली पहुंचे।