MP में मकर संक्रांति का उत्सव महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित होगा: CM मोहन यादव
लाड़ली बहना योजना की किश्त मकर संक्रांति पर होगी जारी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मकर संक्रांति पर्व की तैयारियों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और इस अवसर पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने जन कल्याण अभियान, धान खरीदी और युवा दिवस कार्यक्रम की तैयारियों की भी समीक्षा की। मकर संक्रांति पर्व की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति पर्व समारोह में महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। समारोह के दौरान, लाड़ली बहना योजना की मासिक सहायता की किश्त भी लाभार्थियों को हस्तांतरित की जाएगी। इस उत्सव में जिला स्तरीय मुख्य समारोह में महिलाओं को तिल, गुड़, कंगन और सुहाग सामग्री का वितरण भी शामिल होगा।
महिला सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा
मुख्य समारोह पूरे राज्य में प्रत्येक जिले में एक स्थान पर आयोजित किया जाएगा। 12 जनवरी को सीएम मोहन यादव शाजापुर के कालापीपल में एक क्लिक से लाड़ली बहना योजना की जनवरी की किश्त की राशि पात्र महिलाओं के खातों में ट्रांसफर करेंगे। इस आयोजन में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल प्रतियोगिताएं होंगी। साथ ही 12 से 14 जनवरी के बीच जनकल्याण शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां मकर संक्रांति से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने निर्देश दिए कि बदलते मौसम को देखते हुए खरीदे गए धान का तत्काल परिवहन किया जाए, ताकि उसे गोदामों तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके। उन्होंने किसानों के लंबित भुगतान संबंधी किसी भी समस्या को प्राथमिकता के तौर पर हल करने पर जोर दिया।
जन कल्याण अभियान का उद्देश्य
जन कल्याण अभियान की चर्चा करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि जन कल्याण अभियान तभी अपना उद्देश्य पूरा करता है, जब इससे आम जनता की परेशानियों का तत्काल समाधान हो सके। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे प्रगति की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र लाभार्थी सरकारी योजना के लाभ से वंचित न रहे। सीएम मोहन यादव ने यह भी निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के तहत सभी गतिविधियों को सटीक ट्रैकिंग और मूल्यांकन के लिए निर्धारित पोर्टल पर दर्ज किया जाए। युवा दिवस की तैयारियों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर स्वामी विवेकानंद जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के निर्देश दिए।