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भारतीय शेयर बाजार में बढ़ा निवेश, FPI ने इतने हजार करोड़ का किया इन्वेस्ट

03:14 PM Jun 29, 2025 IST | Amit Kumar
FPI

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 23 से 27 जून के बीच भारतीय शेयर बाजारों में कुल 13,107.54 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है. सप्ताह की शुरुआत और अंत यानी सोमवार और शुक्रवार को सबसे ज्यादा खरीदारी देखने को मिली, जिससे निवेशकों के बढ़ते आत्मविश्वास का संकेत मिलता है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जून 2025 में अब तक एफपीआई ने कुल 8,915 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है. यह लगातार दूसरे महीने है जब विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में भरोसा जताया है. यह बढ़ता निवेश वैश्विक माहौल के स्थिर होने और घरेलू इकोनॉमिक्स इंडिकेटर में सुधार का नतीजा है. हाल ही में अमेरिका, ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव में कमी आई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता लौटी है. इस स्थिति ने विदेशी निवेशकों को भारत जैसे उभरते बाजारों की ओर आकर्षित किया है.

घरेलू मोर्चे पर RBI का बड़ा कदम

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट में 50 आधार अंकों की कटौती की. इससे बाजार में नकदी बढ़ी है और निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना है. साथ ही, महंगाई दर नियंत्रण में रहने से निवेशकों में भरोसा और मजबूत हुआ है.नीतिगत समर्थन, महंगाई पर नियंत्रण और आर्थिक विकास की दिशा में कदमों के कारण भारत वैश्विक निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद गंतव्य बनकर उभरा है. इससे विदेशी निवेशकों को दीर्घकालिक संभावनाएं दिख रही हैं.

भविष्य के कारक जो निवेश को प्रभावित..

भविष्य में एफपीआई गतिविधियों को प्रभावित करने वाले घरेलू कारकों में अच्छे मानसून की उम्मीद, उपभोग के बढ़ते रुझान, और बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं की गति शामिल हैं. इसके अलावा, संस्थागत निवेश और सेक्टर-विशिष्ट समाचार भी बाजार में बदलाव ला सकते हैं.

मई में सबसे ज्यादा निवेश, मार्च में गिरावट

मई 2025 में एफपीआई निवेश सबसे ऊंचाई पर रहा, जब कुल 19,860 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. इसके विपरीत, मार्च में केवल 3,973 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. वहीं जनवरी और फरवरी में तो एफपीआई ने क्रमशः 78,027 करोड़ और 34,574 करोड़ रुपये की पूंजी निकाली थी.

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