PLI scheme के तहत 1.76 लाख करोड़ का निवेश, अब तक इतने लोगों को मिला रोजगार
PLI scheme: केंद्र सरकार ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना से जुड़ी अहम जानकारी साझा की है. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही ये योजना मौजूदा समय में 14 प्रमुख क्षेत्रों में विभिन्न चरणों में लागू हो रही है. इस योजना के तहत अब तक कुल 1.76 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, जिससे मार्च 2025 तक 16.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का उत्पादन और 12 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल चुका है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीयूष गोयल ने योजना की समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट किया कि पीएलआई योजना न केवल घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा दे रही है बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है. उन्होंने कहा कि भारत को अपनी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए और विभिन्न हितधारकों की चुनौतियों को हल कर निर्यात को भी सशक्त बनाना चाहिए.
12 प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, पीएलआई योजना के अंतर्गत निम्नलिखित क्षेत्रों में तेज़ी से प्रगति हुई है:
- लार्ज-स्केल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग (LSEM)
- आईटी हार्डवेयर
- बल्क ड्रग्स
- मेडिकल डिवाइसेज
- फार्मास्यूटिकल्स
- टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स
- फूड प्रोसेसिंग
- व्हाइट गुड्स
- ऑटोमोबाइल व ऑटो पार्ट्स
- विशेष इस्पात
- कपड़ा
- ड्रोन और उनके पुर्जे
- इन सभी क्षेत्रों में मिलाकर 21,534 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि अब तक वितरित की जा चुकी है.
श्रमिक बल और आधारभूत ढांचा
मंत्री गोयल ने यह भी कहा कि मंत्रालयों को अब केवल उत्पादन के आंकड़ों पर नहीं, बल्कि गुणवत्ता और कुशल मानव संसाधन तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इसके साथ ही, एनआईसीडीसी जैसे संस्थानों के सहयोग से बुनियादी ढांचागत चुनौतियों को भी दूर किया जाना आवश्यक है.
क्षेत्रीय प्रभाव और निर्यात में बढ़ोत्तरी
पीएलआई योजना का प्रभाव कुछ क्षेत्रों में विशेष रूप से देखने को मिला है:
फार्मास्यूटिकल सेक्टर: वित्त वर्ष 2024-25 में योजना के तहत पात्र दवाओं की 0.67 लाख करोड़ रुपए की निर्यात बिक्री हुई, जो देश के कुल फार्मा निर्यात का लगभग 27% है.
खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र: इस क्षेत्र में 9,032 करोड़ रुपए के निवेश से 3,80,350 करोड़ रुपए का उत्पादन और 3.4 लाख से अधिक रोजगार सृजित हुए.
कपड़ा उद्योग (एमएमएफ वस्त्र): 2024-25 में इन वस्त्रों का निर्यात 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो 2023-24 में 5.7 बिलियन डॉलर था.
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