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आईपीएल 2025: चेपॉक की पिच को पढ़ने में असफल रही सीएसके, फ्लेमिंग ने किया स्वीकार

चेन्नई के घरेलू मैदान पर सबसे बड़ी हार, फ्लेमिंग ने बताई वजह

11:14 AM Mar 29, 2025 IST | Nishant Poonia

चेन्नई के घरेलू मैदान पर सबसे बड़ी हार, फ्लेमिंग ने बताई वजह

आईपीएल 2025  चेपॉक की पिच को पढ़ने में असफल रही सीएसके  फ्लेमिंग ने किया स्वीकार

चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने स्वीकार किया कि उनकी टीम चेपॉक की पिच को समझने में विफल रही है। आईपीएल 2025 में आरसीबी से 50 रन की हार के बाद फ्लेमिंग ने कहा कि चेपॉक की परिस्थितियों में बदलाव आया है और तेज गेंदबाजों ने यहां बेहतर प्रदर्शन किया। सीएसके की उम्मीदें ओस पर टिकी थीं, लेकिन पिच धीमी हो गई, जिससे उन्हें लक्ष्य हासिल करने में मुश्किल हुई।

चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने स्वीकार किया कि उनकी टीम हाल के वर्षों में चेपॉक की परिस्थितियों को समझने के लिए संघर्ष कर रही है। आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) से सीएसके को 50 रन से करारी हार मिली है।

चेपॉक के मैदान पर आरसीबी के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड और भुवनेश्वर कुमार ने परिस्थितियों का शानदार फायदा उठाया। वहीं, आरसीबी के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई के सामने 197 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य रख दिया। जिसे हासिल करने में सीएसके विफल रही।

फ्लेमिंग ने सीएसके की घरेलू मैदान पर सबसे बड़ी हार के बाद कहा, “जैसा कि हम आपको कई वर्षों से बता रहे हैं, चेपॉक में घरेलू मैदान पर खेलने का कोई फायदा नहीं था।”

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“हमने कई बार घर से बाहर जीत हासिल की है। हम पिछले कुछ वर्षों में चेपॉक की पिच और विकेटों को पढ़ नहीं पाए हैं। इसलिए, यह कोई नई बात नहीं है।

चेपॉक, जिसे कभी स्पिनरों की मदद करने के लिए जाना जाता था। यहां आईपीएल 2024 में इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने 74 विकेट लिए, जबकि स्पिनरों ने सिर्फ 25 विकेट लिए। सीएसके ने इस बार टीम में स्पिन गेंदबाजों को विशेष तौर पर चयन किया। लेकिन, परिस्थितियां उनकी ताकत के अनुरूप नहीं रहीं।

फ्लेमिंग ने माना है कि चेपॉक की पिच में काफी बदलाव आया है। जहां आप चार स्पिनरों को खिला सकते हैं। हमें प्रत्येक पिच की प्रकृति को समझने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है, और यह काफी अलग है।

सीएसके को उम्मीद थी कि दूसरी पारी में ओस की भूमिका अहम होगी, क्योंकि इससे उन्हें लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। हालांकि, सतह धीमी होती गई, जिससे स्ट्रोक खेलना मुश्किल होता गया।

सीएसके के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि मुझे अब भी लगता है कि इस विकेट पर 170 रन का स्कोर बराबर था। बल्लेबाजी करना इतना आसान नहीं था। जब आप 170 रन का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपके पास थोड़ा ज्यादा समय होता है, लेकिन जब आप 20 रन अतिरिक्त का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपको पावरप्ले में अलग तरह से बल्लेबाजी करनी होती है, और आज ऐसा नहीं हुआ। यह थोड़ा धीमा हो गया।

– आईएएनएस

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