अमेरिकी हमले के बाद बौखलाया ईरान, इजराइल पर दागी 25 बैलिस्टिक मिसाइलें
ईरान-इजरायल युद्ध में अमेरिका की धमाकेदार एंट्री
अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिका की एंट्री से तनाव बढ़ गया है। इजरायली सेना ने जनता से होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। इजरायल के कई इलाकों में सायरन बज रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों में जाने की सलाह दी गई है।
इजरायल-ईरान का युद्ध भयानक रूप लेता जा रहा है। अब इस युद्ध में अमेरिका की भी एंट्री हो गई है। अमेरिका ने इजरायल के साथ मिलकर ईरान को बर्बाद करने की ठान ली है। अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, जिसमें फोर्डो, नतांज और इस्फहान शामिल है। अमेरिकी हमले के बाद ईरान बौखला गया है। ईरान ने जवाबी हमला करते हुए इजरायल पर मिसाइले दाग दी हैं। ईजरायली सरकारी मीडिया से इस बात की जानकारी मिली है। वहीं IDF ने टेलीग्राम पर इस हमले के बारे में बताया है। आईडीएफ ने लिखा, इजरायल राज्य की ओर मिसाइलों की एक और बौछार छोड़ी गई है। जनता से अनुरोध है कि वे होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करना जारी रखें।
आईडीएफ ने जनता से की अपील
आईडीएफ ने हमले में मारे गए स्थानों और फुटेज को साझा न करने पर भी जोर दिया। ईरान द्वारा किए गए इस हमले की आवाजें तेल अवीव, हाइफा और यरुशलम में सुनी गई हैं। साथ ही, इजरायल के कई इलाकों को अलर्ट कर दिया गया है और सायरन बज रहे हैं। अमेरिकी हमलों के बाद ईरान से खतरों को देखते हुए, अधिकारियों ने जनता से होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करने को कहा है।
वर्तमान में, वायु सेना खतरे को बेअसर करने के लिए जहां भी आवश्यक हो, अवरोधन और हमला करने के लिए काम कर रही है। इजरायल के रक्षा अधिकारियों का कहना है कि हमले को हवा में पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, इसलिए जनता को होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करना जारी रखना चाहिए।
हमले में कितनी मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया?
इजरायली मीडिया ने ईरान के ताजा हमले में लगभग 25 मिसाइलों की सूचना दी है। इजरायली सेना का कहना है कि उसने ईरान से इजरायली क्षेत्र की ओर दागी गई मिसाइलों का पता लगाया है और कहा है कि उसकी रक्षात्मक प्रणाली खतरे को रोकने के लिए काम कर रही है। लोगों को बंकरों और संरक्षित क्षेत्रों में जाने और अगली सूचना तक वहीं रहने के लिए कहा गया है।
इजरायल की मदद कर रहा है अमेरिका
जब अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया तो वह सीधे तौर पर ईरान के साथ युद्ध में उतर आया। इस कदम को इजरायल की मदद के तौर पर देखा जा रहा है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना चाहता है। यह फैसला इसलिए भी खास है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में वादा किया था कि वे अमेरिका को फिर से मध्य पूर्व में युद्ध में नहीं घसीटेंगे।
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