Top NewsindiaWorldViral News
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabjammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariBusinessHealth & LifestyleVastu TipsViral News
Advertisement

फिर Atomic Bomb बना रहा ईरान! इस दावे ने बढ़ाई इजराइल और अमेरिका की चिंता

07:41 PM Jun 29, 2025 IST | Amit Kumar
Atomic Bomb

Atomic Bomb: ईरान और इजरायल के बीच हुई 12 दिन तक चली जंग अब खत्म हो चुकी है, लेकिन दोनों देशों के बीच दुश्मनी अभी भी बरकरार है. इस बीच एक बड़ी चिंता सामने आई है. ईरान जल्द ही दोबारा यूरेनियम संवर्धन (Enrichment) की प्रक्रिया शुरू कर सकता है. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के मुखिया राफेल ग्रॉसी ने अमेरिकी चैनल CBS News को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान के पास फिर से यूरेनियम संवर्धन शुरू करने की पूरी तकनीकी क्षमता है. उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में या उससे भी पहले ईरान कुछ सेंट्रीफ्यूज मशीनों को दोबारा चालू कर सकता है और परमाणु कार्यक्रम फिर से शुरू हो सकता है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रॉसी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कहना गलत होगा कि अमेरिकी और इजरायली हमलों के बाद ईरान की परमाणु क्षमता पूरी तरह से खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि ईरान के पास अत्याधुनिक वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान है जिसे बमबारी से पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता.

परमाणु साइट्स को हुआ नुकसान

अमेरिका का दावा है कि उसने ईरान की प्रमुख परमाणु साइट्स, फोर्डो, नतांज और इस्फहान को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. लेकिन ग्रॉसी का मानना है कि भले ही कुछ साइट्स को नुकसान हुआ हो और कुछ वैज्ञानिक मारे गए हों, ईरान ने जो वैज्ञानिक ज्ञान और अनुभव अर्जित किया है, वह अब मिटाया नहीं जा सकता. यही बात पश्चिमी देशों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है.

संवर्धित यूरेनियम का क्या हुआ?

राफेल ग्रॉसी से जब पूछा गया कि क्या ईरान ने हमले से पहले अपने उच्च संवर्धित यूरेनियम (HEU) को कहीं और छिपा दिया था, तो उन्होंने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह सामग्री कहां गई. संभव है कि उसका कुछ हिस्सा हमले में नष्ट हुआ हो और कुछ को किसी अन्य स्थान पर सुरक्षित रख दिया गया हो.

अमेरिका ने किया था बड़ा हमला

गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में इजरायल ने ईरान के खिलाफ हमले शुरू किए थे. इसका मकसद ईरान की परमाणु हथियार निर्माण की क्षमता को खत्म करना था. कुछ ही दिनों बाद अमेरिका भी इस संघर्ष में शामिल हो गया और उसने ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टर बम गिराए. अमेरिका का दावा है कि इस कार्रवाई से ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को भारी नुकसान हुआ है.

यह भी पढ़ें-रूस ने यूक्रेन पर फिर बरसाया हवाई कहर, हमले में अमेरिकी फाइटर F-16 क्षतिग्रस्त, पायलट की मौत

 

Advertisement
Advertisement
Next Article