Israel Qatar Strike: 15 लड़ाकू विमानों की बमबारी से दहल उठा दोहा, हमास के टॉप नेताओं को बनाया निशाना
Israel Qatar Strike: इजरायल और गाजा देश की लड़ाई में अब इजरायल हमास को खत्म करने के लिए दूसरे देशों में बमबारी कर रहा है। बता दें कि कतर की राजधानी दोहा में हमास के टॉप नेताओं की बैठक चल रही थी तभी इजरायल के 15 लड़ाकू विमानों से बमबारी शुरू कर दी जिससे मिडिल ईस्ट में तनाव अधिक बढ़ गया है। इस दौरान इजरायल के प्रधानमंत्री ने बताया की स्ट्राइक यरूशलेम में फायरिंग का रिएक्शन है।
Israel Qatar Strike

कतर की राजधानी दोहा में हमले के बाद इजरायली रक्षा बलों ने दोहा में हमास नेताओं पर हमला करने की पुष्टि की और कहा कि हमास नेतृत्व के सदस्य दोहा में रहते हैं और जिस नेतृत्व पर हमला किया गया, उसके सदस्यों ने वर्षों तक आतंकवादी संगठन की गतिविधियों का नेतृत्व किया था और वे 7 अक्टूबर के नरसंहार को अंजाम देने और इज़राइल राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। सटीक हथियारों का उपयोग और खुफिया जानकारी के बाद हमला किया गया है।
White House Statement: हमले की दी जानकारी
अमेरिका में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट का बयान सामने आया है उन्होंने बताया कि अमेरिका की सेना ने जानकारी दी कि इज़राइल हमास पर हमला कर रहा है और कतर की राजधानी दोहा के एक हिस्से में स्थित है। कतर एक संप्रभु राष्ट्र और संयुक्त राज्य अमेरिका का घनिष्ठ सहयोगी है और शांति स्थापित करने के लिए हमारे साथ कड़ी मेहनत और बहादुरी से जोखिम उठा रहा है।
Qatar Statement: अमेरिका के बयान को बताया निराधार
The IDF and ISA conducted a precise strike targeting the senior leadership of the Hamas terrorist organization.
For years, these members of the Hamas leadership have led the terrorist organization's operations, are directly responsible for the brutal October 7 massacre, and…
— Israel Defense Forces (@IDF) September 9, 2025
व्हाइट हाउस के बयान के बाद कतर ने इस बात से मना कर दिया किया कि उसे हमले के बारे में कोई पूर्व सूचना मिली थी और लेविट के बयान को निराधार बताया। बता दें कि प्रधानमंत्री के सलाहकार और कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. माजिद अल अंसारी ने कहा कि यह जानकारी विस्फोट शुरू होने के बाद ही मिली थी। क़तर को हमले की पहले से जानकारी होने के बारे में फैलाए जा रहे बयान निराधार हैं।