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फलस्तीनी क्षेत्र पर इजरायल के 57 वर्ष के कब्जे को लेकर हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में सोमवार को ऐतिहासिक सुनवाई शुरू हो गई। 26 फरवरी तक चलने वाली यह सुनवाई इजरायल-हमास जंग के आलोक में शुरू हो रही है। सोमवार के सत्र की शुरुआत फलस्तीनी प्रतिनिधि के रूप में विदेश मंत्री रियाद-अल मलिकी के वक्तव्य से हुई।
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उन्होंने मांग की कि फलस्तीनी क्षेत्र पर इजरायल का अवैध कब्जा तुरंत समाप्त होना चाहिए। फलस्तीन के विदेश मंत्री ने इजरायल पर रंगभेद का आरोप लगाया। कहा, दो-राष्ट्र के भविष्य के जीवित रहने की किसी भी उम्मीद के लिए इजरायल का अवैध कब्जा खत्म होना चाहिए। फलस्तीनी लीगल टीम से उम्मीद है कि वह अंतरराष्ट्रीय जजों से इजरायल द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानूनों को उल्लंघन करने का आरोप लगाएगी। वह इसके साथ ही इसके पक्ष में साक्ष्य भी मुहैया कराएगी।
उधर, इजरायली बलों द्वारा दक्षिणी गाजा के रफाह में जारी गोलाबारी के बीच युद्धविराम को लेकर भी प्रयास जारी हैं। गाजा में तुरंत युद्धविराम व मानवीय सहायता को लेकर अरब समर्थित प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मंगलवार को मतदान होगा। वहीं, अमेरिका ने इस पर वीटो का प्रयोग करने का एलान किया है। संयुक्त राष्ट्र के एक राजनयिक ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि अरब प्रतिनिधि अल्जीरिया की ओर से सुरक्षा परिषद में पेश प्रस्ताव पर मंगलवार सुबह मतदान शुरू होगा।
अल्जीरिया के ड्राफ्ट में इजरायल और हमास दोनों से अंतरराष्ट्रीय कानूनों का ईमानदारी से पालन करने का आग्रह किया गया है। इसमें खासतौर पर नागरिकों की सुरक्षा और उनके जबरन विस्थापन पर रोक की मांग की गई है। ड्राफ्ट में इसके साथ ही हमास द्वारा बनाए गए बंधकों की तुरंत और बिना शर्त रिहाई की बात कही गई है। 22 अरब देश महीनों से इजरायल से युद्धविराम की मांग कर रहे हैं।