इजरायल ने 60 लड़ाकू जेट से ईरान में मचाई तबाही, परमाणु ठिकानों को बनाया निशाना
तेहरान में इजरायली हमले से परमाणु परियोजना को भारी नुकसान
इजरायली रक्षा बलों ने तेहरान में ईरान के मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रमों से जुड़े ठिकानों पर 60 लड़ाकू जेट से हमला किया। इन हमलों में मिसाइल निर्माण इकाइयां और एसपीएनडी मुख्यालय शामिल थे। इजरायली सेना ने दावा किया कि इन हमलों से ईरान के परमाणु हथियार परियोजना को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने ने शुक्रवार को घोषणा की है कि उसने गुरुवार रात को तेहरान में कई हवाई हमले किए, जिनमें ईरान के मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रमों से जुड़े कई ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में मिसाइल बनाने वाली सैन्य औद्योगिक इकाइयां, ईरान का डिफेंस इनोवेशन और रिसर्च संगठन (एसपीएनडी) का मुख्यालय शामिल था। आईडीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “60 से अधिक वायु सेना के लड़ाकू जेट ने गुरुवार रात को ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिसमें लगभग 120 हथियारों का उपयोग किया गया। इसमें तेहरान इलाके में कई मिसाइल बनाने वाली औद्योगिक इकाइयां भी शामिल थीं।”
पोस्ट में आगे कहा गया, “ये ठिकाने कई सालों में बनाए गए थे और ये ईरान के रक्षा मंत्रालय का औद्योगिक केंद्र थे। हमले किए गए ठिकानों में मिसाइल घटकों के उत्पादन के लिए सैन्य औद्योगिक स्थल और रॉकेट इंजन बनाने के लिए कच्चे माल के उत्पादन स्थल शामिल थे। आईडीएफ ने उल्लेख किया कि ईरान के परमाणु हथियार परियोजना को नुकसान पहुंचाने की अपनी कार्रवाइयों के तहत तेहरान में एसपीएनडी मुख्यालय की इमारत पर भी हमला किया गया।
‘पहले अपना मैटर सुलझाओ..’, इजरायल-ईरान जंग में पुतिन के मीडिएशन ऑफर पर भड़के ट्रंप
आईडीएफ ने कहा, “एसपीएनडी मुख्यालय का इस्तेमाल ईरान के सैन्य क्षमताओं के लिए उन्नत तकनीकों और हथियारों के अनुसंधान और विकास के लिए किया जाता है, जिसे 2011 में ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम के संस्थापक फखरी जादेह ने स्थापित किया था। इसके अलावा, इजरायली सेना ने दावा किया कि ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम के लिए आवश्यक एक साइट पर हमला किया गया था। आईडीएफ ने यह भी बताया कि रात के दौरान इजरायली वायु सेना ने ईरान से लॉन्च किए गए चार मानवरहित ड्रोन को रोक दिया है।
आईडीएफ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “जनता से अनुरोध है कि वे होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करें। इस समय, वायु सेना खतरे को खत्म करने के लिए जहां आवश्यक हो, वहां रोकथाम और हमला करने का काम कर रही है। रक्षा पूर्ण रूप से अभेद्य नहीं है, इसलिए होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करना जारी रखना होगा।”