J&K : जमात से जुड़े स्कूलों पर प्रतिबंध से भड़की महबूबा मुफ्ती, सरकार के फैसले को बताया क्रूरता का प्रतीक
केंद्र सरकार द्वारा जमात-ए-इस्लामी से जुड़े स्कूलों को बंद किए जाने के फैसले पर भड़की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सवाल खड़े किए हैं।
03:35 PM Jun 19, 2022 IST | Desk Team
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार द्वारा जमात-ए-इस्लामी से जुड़े स्कूलों को बंद किए जाने के फैसले पर भड़की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सरकार के इस फैसले को कश्मीरियों के खिलाफ एक और क्रूरता का प्रतीक बताया है और कि इससे कश्मीरी बच्चों का भविष्य बरबाद हो जाएगा।
नौकरियों के बाद अब सरकार का निशाना शिक्षा है : महबूबा
महबूबा ने रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए किय गये ट्वीट में कहा, पहले जमीन के मालिकाना हक, फिर संसाधनों और नौकरियों के बाद अब सरकार का निशाना शिक्षा है। मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि कश्मीरी इस सब से उबर जायेंगे और इसका असर अपने बच्चो पर नहीं पडने देंगे।
नौकरियों के बाद अब सरकार का निशाना शिक्षा है : महबूबा
महबूबा ने रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए किय गये ट्वीट में कहा, पहले जमीन के मालिकाना हक, फिर संसाधनों और नौकरियों के बाद अब सरकार का निशाना शिक्षा है। मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि कश्मीरी इस सब से उबर जायेंगे और इसका असर अपने बच्चो पर नहीं पडने देंगे।
गौरतलब है कि, सरकार ने जम्मू-कश्मीर में मुख्य शिक्षा अधिकारियों को मंगलवार को निर्देश दिये थे कि प्रतिबंधित जमात ए इस्लामी से जुड़े सभी फलाह-ए-आम (एफएटी) स्कूलों को जिला प्रशासन से बातचीत करके 15 दिनों के भीतर बंद कर दें और चालू सत्र के लिए सभी छात्रों को निकट के सरकारी स्कूलों में एडमिशन कराने को कहें।
जमात का एक ट्रस्ट है एफटी
बता दें कि एफएटी, जमात का एक ट्रस्ट है जिसने कश्मीर में स्कूलों की स्थापना की थी और वर्तमान में कश्मीर में इसके लगभग 300 माध्यमिक और हाईस्कूल चल रहे हैं। एफएटी प्रबंधन का दावा है कि उसके विभिन्न स्कूलों में वर्तमान में 50 हजार से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं।
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