'जगन्नाथ मंदिर को नष्ट कर देंगे, धमकी भरे संदेश से हड़कंप', PM Modi का भी नाम शामिल
Jagannath Temple: ओडिशा के पुरी में आज यानी बुधवार को अफरा-तफरी मच गई, कारण कुछ और नहीं, बल्कि जगन्नाथ मंदिर के पास की दीवारों पर आतंकवादी हमले की धमकी भरे संदेश लिखे देखे गए। 12वीं सदी के इस प्रसिद्ध मंदिर के चारों ओर लिखी चेतावनी ओड़िया और अंग्रेजी भाषा में थी। यह धमकी मंदिर के पास स्थित एक और छोटे मंदिर की दीवार पर लिखी मिली, जो हेरिटेज कॉरिडोर (परिक्रमा मार्ग) के पास है।
धमकी भरे मैसेज में PM Modi का जिक्र

Jagannath Temple: मैसेज में लिखा था, "Terrorists will attack and destroy the Jagannath temple” यानी “आतंकवादी जगन्नाथ मंदिर पर हमला करेंगे और उसे नष्ट कर देंगे।" धमकी भरे संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का भी जिक्र था और कुछ मोबाइल नंबरों पर 'कॉल' करने की बात भी लिखी गई थी. स्थानीय लोगों ने तुरंत इन संदेशों को वहां से मिटा दिया, लेकिन इससे पहले ही यह सूचना पूरे शहर में फैल गई और लोगों काफी डर गए।
पुलिस ने क्या कहा?
Jagannath Temple: पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। अधिकारियों को संदेह है कि यह किसी की शरारत या मजाक भी हो सकता है, लेकिन वे इसे नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं। मंदिर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।"
Jagannath Temple की कुछ ख़ास बातें

Jagannath Temple: जगन्नाथ मंदिर भारत के ओडिशा राज्य के पुरी शहर में स्थित एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के जगन्नाथ रूप को समर्पित है, जिन्हें उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ पूजा जाता है। इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में गंग वंश के राजा अनंतवर्मा चोडगंग देव ने कराया था। जगन्नाथ मंदिर हिन्दू धर्म के चार धामों में से एक है और इसे विशेष रूप से वैष्णव संप्रदाय में अत्यंत पवित्र माना जाता है। मंदिर की वास्तुकला कलिंग शैली की उत्कृष्ट मिसाल है, जिसमें ऊँचा शिखर और सुंदर नक्काशी देखने को मिलती है।

मंदिर का सबसे प्रसिद्ध उत्सव 'रथ यात्रा' है, जिसमें तीनों देवताओं को विशाल रथों में बैठाकर पूरे शहर में भ्रमण कराया जाता है। लाखों श्रद्धालु इस अवसर पर पुरी आते हैं और इसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक भी आते हैं। मंदिर में कई रहस्यमयी बातें भी जुड़ी हुई हैं, जैसे मंदिर के ऊपर पताका का हवा के विपरीत दिशा में लहराना। यह मंदिर श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है और भारतीय धार्मिक धरोहर में इसका विशेष स्थान है।
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