पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का कातिल जगतार सिंह तारा, भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत जालंधर की अदालत में पेश
महरूम मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी जगतार सिंह तारा को अन्य विदेशों में बैठे आतंकवादी वधावा सिंह समेत अन्य के साथ मिलकर जालंधर
लुधियाना-जालंधर : महरूम मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी जगतार सिंह तारा को अन्य विदेशों में बैठे आतंकवादी वधावा सिंह समेत अन्य के साथ मिलकर जालंधर के भोगपुर इलाके में स्थित सिख नौजवानों को बहलाने और उनको फंडिग करके आतंकी ग्रुप बनाकर सूबे में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के दोषों के तहत आज जालंधर की अदालत में पेश किया गया। जगतार सिंह तारा को मानयोग हरवीन भारद्वाज एडीशनल सेशन जज की अदालत में भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत पेश किया गया। पेशी के उपरंात उन्हें चंडीगढ़ पुलिस अपने साथ ही कुछ देर बाद अपने साथ वापिस ले गई।
इस केस में दोष सिद्ध होने थे। इसी संबंध में जगतार सिंह तारा के वकील ने कहा क्योंकि जज साहब के पास आज ही केस की फाइल पहुंची है, इसलिए दोनों पार्टियों की सहमति के साथ आज इस मामले में बहस नहीं हो पाई। बहस के लिए अगली तारीख 22 अक्तूबर को मुकर्रर की गई है।
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स्मरण रहे कि 31 अगस्त 1995 को चंडीगढ़ में पंजाब सचिवालय की बिल्डिंग के नजदीक हुए बम धमाके में तत्कालीन पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस ब्लास्ट में 17 अन्य लोग भी मारे गए थे।
इस हत्याकांड में दोषी ठहराए गए खालिस्तानी समर्थक आतंकी जगतार सिंह तारा को चंडीगढ़ की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुना रखी है। हालांकि तारा 21 जनवरी 2014 को चंडीगढ़ स्थित बुड़ैल जेल से अपने साथियों के साथ फरार हो गया था। करीब 10 साल बाद इंटरपोल की मदद से तारा को भारतीय एजेंसियों ने दिसंबर 2014 को थाईलैंड से गिरफतार किया था।