अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की यात्रा से पहले जयपुर में हाई अलर्ट, यातायात प्रबंधन सख्त
जयपुर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए किए इंतजाम
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की जयपुर यात्रा के मद्देनजर शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अगले चार दिनों तक जयपुर हाई अलर्ट पर रहेगा और यातायात प्रबंधन के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की गई है। 7 आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में 2100 कॉन्स्टेबल सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की आगामी जयपुर यात्रा को लेकर राजस्थान की राजधानी में तैयारियां चरम पर हैं। इस उच्च स्तरीय यात्रा के लिए जयपुर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। शहर को अगले चार दिनों तक हाई अलर्ट पर रखा गया है, और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था के साथ यातायात प्रबंधन को भी सुनिश्चित किया गया है।अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) रामेश्वर सिंह ने बताया कि जेडी वेंस की सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था में 7 आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में 20 अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी), 40 सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी), 300 एएसआई, एसआई और सीआई शामिल हैं। इसके अलावा, 2100 कॉन्स्टेबल फील्ड में तैनात किए गए हैं, जो शहर के विभिन्न हिस्सों में निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
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रामेश्वर सिंह ने कहा, “हमने अमेरिकी उपराष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। यातायात के दबाव वाले क्षेत्रों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, और वैकल्पिक मार्ग भी तैयार किए गए हैं। जयपुर पुलिस ने शहर के प्रमुख स्थानों, होटलों, और उन मार्गों पर विशेष ध्यान दिया है, जहां से अमेरिकी उपराष्ट्रपति का काफिला गुजरेगा। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर किसी भी संभावित खतरे से निपटने की तैयारी की गई है। इसके अलावा, ड्रोन निगरानी और सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जेडी वेंस की यात्रा के दौरान शहर में यातायात प्रबंधन के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। प्रमुख चौराहों और सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस की अतिरिक्त टीमें तैनात की जाएंगी, ताकि आम जनता को कम से कम असुविधा हो। वैकल्पिक मार्गों की जानकारी पहले से ही सार्वजनिक की जा चुकी है, और नागरिकों से अपील की गई है कि वे इन मार्गों का उपयोग करें।