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जम्मू-कश्मीर : फारूक अब्दुल्ला ने नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, बेटे को मिलेगा मौका ?

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तनवीर सादिक ने फारूक अब्दुल्ला के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पुष्टि की है।

11:06 AM Nov 18, 2022 IST | Desk Team

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तनवीर सादिक ने फारूक अब्दुल्ला के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पुष्टि की है।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तनवीर सादिक ने फारूक अब्दुल्ला के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पुष्टि की है। फारूक अब्दुल्ला ने इस्तीफा देने की वजह भी बताई है। फारूक ने बताया की मैं अपने खराब स्वास्थ्य के कारण अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता हूँ। 
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बता दें, फारूक अब्दुल्ला 85 वर्ष के है। फारूक अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर में तीन बार मुख्यमंत्री रहे थे।  फारूक जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला के पुत्र है। जम्मू कश्मीर की राजनीति में अब्दुल्ला परिवार का शुरू से दबदबा रहा है।
अध्यक्ष का चुनाव अगले महीने 5 दिसंबर को होगा!
चुनाव की तैयारियों के बीच फारूक अब्दुल्ला ने नेशनल कॉन्फ्रेंस की कमान छोड़ दी है। मिली जानकारी के मुताबिक नए अध्यक्ष का चुनाव अगले महीने 5 दिसंबर को होगा। जिसमें फारूक अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा बानी हुई है। 
फारूक चुनाव होने तक अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। उमर फिलहाल पार्टी के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता तनवीर सादिक ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी।  पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ते समय फारूक की आंखें नम थीं। फारूक ने कार्यकर्ताओं से पार्टी को और मजबूत करने को कहा। 
मतदाता सूची में कई अहम घोषणाएं
उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को अपने क्षेत्र के घर-घर में पार्टी को पहुंचाना होगा। हमारे कैडर को प्रशासन और आम जनता के बीच सेतु का काम करना होगा। जब हम अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक संघर्ष कर रहे हैं, उस समय हमें लोक कल्याण पर भी ध्यान देना होगा। इसके लिए उन्हें लोगों के बीच जाना होगा।
बता दें, धारा 370 हटाए जाने के बाद राज्य में पहली बार चुनाव होना है। चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य पूरा हो चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग ने बीते दिनों नए वोटरों के मतदाता सूची में शामिल होने सहित कई अहम घोषणाएं की थी। 
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