फारूक अब्दुल्ला की केंद्र सरकार को नसीहत, कहा- आतंकवाद के मूल कारणों को करना होगा दूर
Farooq Abdullah नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद जिंदा है। इसे सेना या पुलिस के इस्तेमाल से खत्म नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र को इसके मूल कारणों को दूर करने के तरीके खोजने होंगे। रविवार को जम्मू में एक पुस्तक विमोचन समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में डॉ. अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति के दावों को लेकर भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सामान्य स्थिति का नारा लगाने या पर्यटकों के आगमन को शांति के रूप में प्रचारित करने से आतंकवाद खत्म नहीं होगा।
HIGHLIGHTS
- फारूक अब्दुल्ला की केंद्र सरकार को नसीहत
- आतंकवाद के मूल कारणों को करना होगा दूर - फारूक अब्दुल्ला
- निरस्त करने के साथ आतंकवाद समाप्त हो गया
सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की हत्या
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि दावा किया जा रहा था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के साथ आतंकवाद समाप्त हो गया है, लेकिन चार साल बाद भी आतंकवाद जिंदा है। सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की हत्या का अफसोस है। जो लोग सामान्य स्थिति का दावा कर रहे हैं, वे चुप हैं। उन्होंने मूल कारण को हल करने के बजाय सतही तरीके से घावों को भरने की कोशिश की। आम लोगों को यह समझना चाहिए कि हम अपने सैनिकों, अधिकारियों और आम लोगों को खो रहे हैं।
मीडियाकर्मियों के साथ एक अलग बातचीत
इस पर अब्दुल्ला ने कहा कि इस विषय पर फैसला केंद्र सरकार को करना है। मीडियाकर्मियों के साथ एक अलग बातचीत में अब्दुल्ला ने पुंछ के सुरनकोट इलाके में एक मुठभेड़ में चार सैनिकों के बलिदान होने के बाद तीन नागरिकों की संदिग्ध मौत पर चिंता व्यक्त की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ युद्ध जनता के समर्थन के बिना नहीं जीता जा सकता है। उनकी पार्टी पहले ही तीन नागरिकों की मौत की न्यायिक जांच की मांग कर चुकी है।
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