Jammu-Kashmir: Kathua मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई
Jammu-Kashmir में शहीद जवानों की वीरता को सलाम
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की शहादत पर डीजीपी नलिन प्रभात ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अभियान में दो आतंकवादी मारे गए थे। ऑपरेशन 23 मार्च को संदिग्ध पाकिस्तानी घुसपैठियों की सूचना के बाद शुरू हुआ था और चार दिनों तक चला।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में जवानों और आतंवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया लेकिन चार जवान भी शहीद हो गए थे। जम्मू और कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने शुक्रवार को कठुआ आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस कर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की। बता दें कि कठुआ आतंकवाद विरोधी अभियान में चयन ग्रेड कांस्टेबल (एसजीसीटी) बलविंदर सिंह, एसजीसीटी जसवंत सिंह और एसजीसीटी तारिक अहमद शहीद हो गए थे।
23 मार्च को शुरू हुआ ऑपरेशन
आंतकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन 23 मार्च को शुरू हुआ था, जब स्थानीय लोगों ने सान्याल में संदिग्ध पाकिस्तानी घुसपैठियों को देखे जाने की सूचना दी थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ सहित सुरक्षा बलों ने एक तलाशी अभियान शुरू किया। इस तलाशी अभियान के बाद शुरुआत में गोलीबारी हुई।
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डीजीपी प्रभात का बयान
डीजीपी नलिन प्रभात ने कहा कि 23 मार्च की शाम को सान्याल में पाकिस्तानियों को देखे जाने की सूचना दी थी और सूचना मिलते ही तुरंत अधिकारियों का एक दल मौके पर पहुंच गया। उनकी पाकिस्तानियों से मुठभेड़ हुई और वे 4 मैगजीन, 3 आईईडी और 2 ग्रेनेड छोड़कर भाग गए। पूरे इलाके को बीएसएफ, सेना और सीआरपीएफ ने घेर लिया था। यह ऑपरेशन 4 दिनों तक चला।