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Jammu-Kashmir: वक्फ बोर्ड प्रमुख दरख्शां अंद्राबी ने JKIM और AAC पर प्रतिबंध का किया समर्थन

गृह मंत्रालय के फैसले का समर्थन, अन्य समूहों पर भी प्रतिबंध की मांग

05:35 AM Mar 13, 2025 IST | Himanshu Negi

गृह मंत्रालय के फैसले का समर्थन, अन्य समूहों पर भी प्रतिबंध की मांग

jammu kashmir  वक्फ बोर्ड प्रमुख दरख्शां अंद्राबी ने jkim और aac पर प्रतिबंध का किया समर्थन

जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की प्रमुख दरख्शां अंद्राबी ने इत्तिहादुल मुस्लिमीन (जेकेआईएम) और अवामी एक्शन कमेटी पर प्रतिबंध का समर्थन करते हुए घाटी में शांति बनाए रखने के लिए ऐसे अन्य समूहों पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उग्रवाद में कमी के कारण लोग शांति से रह पा रहे हैं और घाटी की शांति में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए।

जम्मू -कश्मीर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष दरख्शां अंद्राबी ने इत्तिहादुल मुस्लिमीन (जेकेआईएम) और अवामी एक्शन कमेटी पर प्रतिबंध लगाने के केंद्रीय गृह मंत्रालय के फैसले का समर्थन किया। साथ ही उन्होंने घाटी में लोगों की शांति और खुशी को भंग करने वाले अन्य समूहों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।

केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, JKIM और AAC संगठन गैरकानूनी घोषित

घाटी में रहे शांति

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष दरख्शां अंद्राबी ने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा लगाया गया प्रतिबंध बहुत अच्छा है क्योंकि हम नहीं चाहते कि घाटी की शांति में कोई गड़बड़ी हो। अंद्राबी ने बताया कि उग्रवाद में कमी के कारण लोग शांति से सांस लेने में सक्षम हुए हैं। हम चाहते हैं कि ऐसे अन्य समूहों पर प्रतिबंध होना चाहिए जो जम्मू और कश्मीर की शांति को भंग करना चाहते हैं ताकि यहां के लोग शांति से रहें और खुश रहें।

गृह मंत्रालय ने लगाया प्रतिबंध

बता दें कि गृह मंत्रालय ने 11 मार्च को घोषणा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर इत्तिहादुल मुस्लिमीन (JKIM) और जम्मू-कश्मीर स्थित अवामी एक्शन कमेटी को गैरकानूनी संगठन घोषित किया है और संगठन पर देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाली गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए तत्काल पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि समूह क्षेत्र में अलगाववादी और आतंकवादी अभियानों का समर्थन करने के लिए धन जुटा रहा है। इसके अतिरिक्त, एएसी पर अशांति को बढ़ावा देने, सशस्त्र विद्रोह को प्रोत्साहित करने और सरकार के खिलाफ नफरत फैलाने के द्वारा भारत के संवैधानिक अधिकार के लिए घोर उपेक्षा दिखाने का आरोप लगाया।

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Himanshu Negi

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