Jammu-Kashmir: अमरनाथ यात्रा की तैयारी पूरी, बालटाल में मॉक ड्रिल का आयोजन
सुरक्षा बलों ने 3 जुलाई से शुरू होने वाली आगामी अमरनाथ यात्रा की तैयारी के लिए बालटाल बेस कैंप में एक व्यापक संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया। यह अभ्यास गंदेरबल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) की देखरेख में आयोजित किया गया। इस अभ्यास में जम्मू-कश्मीर पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), 49 बटालियन सीआरपीएफ, भारतीय सेना, स्वास्थ्य विभाग और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं सहित कई एजेंसियों की समन्वित भागीदारी देखी गई।
बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल का आयोजन
Jammu-Kashmir पुलिस की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि इससे पहले दिन में कुलगाम पुलिस ने सीआरपीएफ, बीएसएफ, स्वास्थ्य विभाग और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के साथ काजीगुंड में वॉलनट फैक्ट्री बेस कैंप और मीरबाजार में एफसीआई कैंप सहित राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रमुख स्थानों पर बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। वार्षिक तीर्थयात्रा के सुरक्षित और सुचारू संचालन के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया, समन्वय और सुरक्षा तैयारियों का आकलन किया जा सके।
कई स्थानों पर मॉक ड्रिल
आगामी श्री अमरनाथ यात्रा की तैयारी के लिए, कुलगाम पुलिस ने सीआरपीएफ, बीएसएफ, यात्रा के लिए तैनात अन्य सुरक्षा बलों, स्वास्थ्य विभाग और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया, जिसमें यात्रा आधार शिविर वॉलनट फैक्ट्री, काजीगुंड और एफसीआई मीरबाजार शामिल थे, ताकि आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र और महत्वपूर्ण स्थितियों से निपटने में तत्परता का मूल्यांकन किया जा सके।
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना, विशेष रूप से आतंकी प्रकृति की घटना, पर त्वरित और सुरक्षित प्रतिक्रिया के साथ सुरक्षा बलों को तैयार करना और एक सुरक्षित और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा प्रतिक्रिया समय, समन्वय और प्रभावशीलता का आकलन करना था। अभ्यास का उद्देश्य सुधार के क्षेत्रों की पहचान करना और प्रतिक्रिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना भी था।
Also Read: केंद्र ने Jammu-Kashmir के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की 19 सड़क, सुरंग परियोजनाओं को मंजूरी दी

Join Channel