Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर करें दिल्ली के इन मंदिरों के दर्शन, मनोकामनाएं होंगी पूरी
Janmashtami 2025: हिन्दू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी बहुत ही खास त्योहार है। इस साल यह त्योहार 16 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण ने धरती पर माता देवकी कि कोख से जन्म लिया था। भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा है, लेकिन उनका बचपन गोकुल और वृन्दावन में बीता।
जन्माष्टमी का त्योहार देशभर में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है, इस दिन मथुरा और वृन्दावन के मंदिरों में लड्डू गोपाल के दर्शन करने के लिए बहुत भीड़ लगी रहती है। अगर आप इस खास मौके पर मथुरा-वृन्दावन नहीं जा सकते, तो टेंशन मत लीजिए। दिल्ली में भी श्री कृष्ण के कुछ ऐसे खास मंदिर हैं जहां आप दर्शन करने जा सकते हैं। आइए जानते हैं उन खास मंदिरों के बारे में:-
Janmashtami 2025: दिल्ली के कुछ खास कृष्ण मंदिर
1. इस्कॉन मंदिर, ईस्ट ऑफ कैलाश
दिल्ली में मौजूद इस्कॉन मंदिर जन्माष्टमी की रात ऐसा लगता है, मानो किसी दूसरी ही दुनिया में आ गए हो। मंदिर के विशाल प्रांगण में भक्त “हरे कृष्ण” महामंत्र का जाप करते हैं, रास-लीला करते है और सैकड़ों दीपों की रोशनी में भगवान के दर्शन करते हैं। इस जन्माष्टमी पर इस्कॉन मंदिर में कृष्ण लला के दर्शन करने जाएं।
2. बिरला मंदिर (श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर)
कनॉट प्लेस के नजदीक स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर अपनी भव्यता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। जन्माष्टमी पर यहां की सजावट देखने लायक होती है, फूलों की माला, झिलमिलाती लाइट्स और सुंदर झांकियां मन को मोह लेती हैं।
3. गीता मंदिर, अजमेरी गेट
गीता मंदिर श्रीमद्भागवत गीता के चित्रण के लिए मशहूर है। जन्माष्टमी की रात यहां शंख-ध्वनि और भजन-कीर्तन देर रात तक चलता है। इस खास मौके पर इस मंदिर में दर्शन करने जा सकते हैं।
4. झंडेवालान मंदिर, करोल बाग
मां दुर्गा का यह प्रसिद्ध मंदिर भी जन्माष्टमी पर जगमगाता है। यहां मटकी फोड़ कॉम्पिटिशन और भक्ति नृत्य होते हैं।
5. श्रीराधा पार्थसारथी मंदिर, द्वारका
द्वारका के इस विशाल मंदिर में आधुनिकता और आध्यात्मिकता का संगम देखने को मिलेगा। जन्माष्टमी के दिन यहां भक्तों की भीड़, रास-लीला और भव्य आरती देखने को मिलती है।
6. छतरपुर का श्रीकृष्ण मंदिर
छतरपुर मंदिर परिसर का यह हिस्सा जन्माष्टमी पर फूलों से ढका रहता है। इस खास दिन पर यहां भजन मंडलियां और प्रसाद वितरण पूरी रात चलता है।
Janmashtami 2025: जन्माष्टमी दर्शन का महत्व
कहा जाता है कि जन्माष्टमी के खास दिन पर श्रीकृष्ण के दर्शन करने और आरती करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति मिलती है। दिल्ली के इन मंदिरों में आपको यह अनुभव होगा, क्योंकि यहां भक्ति के साथ-साथ आपको एकता और उत्साह का माहौल नजर आएगा और आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। यह सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और उल्लास का त्योहार है। दिल्ली के इन मंदिरों में दर्शन करने से आपको न केवल आध्यात्मिक शांति मिलेगी, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहराई और रंग भी देखने को मिलेंगे।
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