Jharkhand: सीएम हेमंत सोरेन ने मोदी पर जमकर निशाना साधा, कहा- BJP के नेता फोन पर... लोगों को धमका रहे
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान देश के प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
03:46 PM Nov 11, 2022 IST | Desk Team
झारखंड में चल रहे विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सीएम हैमंत सोरन ने जमकर बयानबाजी की और देश के पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी के दिग्गज नेता विपक्ष के नेताओं को फोन पर धमकाने लगे। ऐसा करना सत्ता में आई हुई पार्टी को शोभा नहीं देता है। भाजपा के ऐसा करने से देश की मौजूदा स्थिति क्या होगी?
सीएम हेमंत सोरेन ने मोदी पर किया कटाक्ष
मुख्यमंत्री सोरेन ने सदन में भारतीय जनता पार्टी पर भी जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि ये लोग रेपिस्ट को माला पहनाकर जेल से छुड़वा देते हैं। दूसरे राज्यों में जो रेप करने वाले लोग हैं, भारतीय जनता पार्टी के लोग उसका समर्थन करते हैं। यहां दुमका की बच्ची के साथ हादसा होता है, तो लोग हवाई जहाज से यहां आ जाते हैं। हत्यारे, लुटेरे और मॉब लिंचिंग करने वालों को ये लोग माला पहनाते हैं। ये क्या सामाजिक समरसता बनायेंगे देश में।

बता दें कि झारखंड सरकार ने राज्य में डोमिसाइल पॉलिसी और आरक्षण में वृद्धि से जुड़े दो विधेयकों को पारित करने के लिए शुक्रवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था। इन विधेयकों पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि विपक्षी हमें बोका (बेवकूफ) समझते हैं। आदिवासी अब बोका (बेवकूफ) नहीं रहा। जिसे आपलोग बोका समझते हैं, वही आपको धो-पोंछकर बाहर फेंक देगा।
बड़े व्यापारी देश को लूट रहे- सीएम हेमंत सोरेन
सोरेन ने कहा कि ये लोग मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा के नाम पर वोट मांगते हैं। हम लोगों का पेट भरकर, उन्हें स्वरोजगार देकर, उनके पैर पकड़कर वोट मांगते हैं। आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यकों को हमेशा संघर्ष करना पड़ा है। वर्तमान सरकार बहुसंख्यक आदिवासी, दलित, पिछड़ों को इतना मजबूत करेगी कि लोग ऐसे सामंती विचारधारा वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि इनके बड़े-बड़े व्यापारी देश को लूटकर विदेशों में बस जाते हैं। देश में छोटे-मोटे कारोबार करने वाले लोग, किसान कर्ज नहीं चुका पाते, तो उन्हें जेल भेज देते हैं। सोरेन ने कहा कि उनके पिता शिबू सोरेन के नेतृत्व में राज्य मिला और उनके पुत्र हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 1932 का खतियान दिया जा रहा है। पिछड़ों के लिए 27 फीसदी आरक्षण का कानून फिर से बहाल किया जा रहा है। यह साधारण चीज नहीं है।
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