जेएनयू हिंसा : छात्रों ने पुलिस मुख्यालय के सामने किया धरना प्रदर्शन, कई नेताओं के इस हिंसक घटना की कड़ी निंदा की
देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू ) के कैंपस के अंदर नकाबपोश लोगों ने रविवार शाम हिंसक हमला किया जिसमें छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गईं
06:41 PM Jan 05, 2020 IST | Shera Rajput
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देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू ) के कैंपस के अंदर नकाबपोश लोगों ने रविवार शाम हिंसक हमला किया जिसमें छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गईं और कई छात्रों तथा शिक्षकों को भी गंभीर चोटें आई हैं।
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सूत्रों के अनुसार घायलों में जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े कई नेता भी शामिल हैं।
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जेएनयू ने एक बयान जारी करके कहा, ‘‘एबीवीपी ने सरकार के समर्थन से जेएनयू में आतंक का माहौल बना दिया है। नकाबपोश आरोपी पुलिस की उपस्थिति में लाठी, रॉड, हथौड़ आदि के साथ कैंपस में घूम रहे हैं, पथराव कर रहे हैं और दीवार चढ़ कर हॉस्टल के अंदर आ रहे हैं और छात्रों के साथ मारपीट कर रहे हैं।
उन्होंने कई छात्रों और शिक्षकों की बुरी तरह पिटाई की। जेएनयू अघ्यक्ष आइशी घोष गंभीर रुप से घायल हुई हैं।
एबीवीपी के गुडें छात्रों का पीछा करके हमला कर रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। गुंडे संघी प्रोफेसरों के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं। वे जबरदस्ती छात्रों को वंदे मातरम के नारे लगाने के लिए कह रहे हैं। यह आपात स्थिति है। हम सभी मीडियाकर्मी, सिविल सोसायटी,मेडिकल और कानून के क्षेत्रों के लोगों से तत्काल मदद देने का आग्रह कर रहे हैं।’’
दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आरोप लगाया है कि वाम छात्रों ने उन पर हमला किया जबकि वाम छात्रों और शिक्षकों का कहना है कि हमला एबीवीपी के छात्रों ने किया। कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी ने एबीवीपी और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है और उन्होंने हिंसा की कड़ निंदा की है।
इस घटना के विरोध में जामिया के छात्रों ने पुलिस मुख्यालय के सामने आज रात धरना प्रदर्शन किया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसक घटना की कड़ निंदा करते हुए कहा कि छात्रों के प्रतिजुटता व्यक्त करने के लिए उनकी पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल श्री दिनेश त्रिवेदी के नेतृत्व में दिल्ली रवाना हो गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात कर छात्रों की सुरक्षा की मांग की। स्वराज अभियान के नेता योगेंद यादव जेएनयू गए लेकिन पुलिस ने उन्हें हॉस्टल के पास जाने नहीं दिया जहां छात्रों पर हमले हो रहे थे।
कांग्रेस के प्रवक्ता सुरजेवाला ने इस हिंसा की कड़ी निंदा की, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने इस घटना की निंदा की है और इसके पीछे हिंदुत्ववादी ताकतों का हाथ बताया हैं।
जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षक नेता अविनाश ने पत्रकारों को यह जानकारी देते हुये आरोप लगाया कि एबीवीपी के छात्रों ने उनकी बैठक पर आज बुरी तरह हमला किया जिसमें कई छात्र और शिक्षक घायल हो गए। इनमें छात्र संघ के अध्यक्ष आईशी घोष के अलावा श्री अतुल सूद, सुचित्रा सेन, गरिमा श्रीवास्तव भी शामिल हैं। सुश्री सेन को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती किया गया है।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा घायल छात्रों से मिलने एम्स पहुंचीं। सूत्रों के अनुसार हमले के शिकार छात्र कल शिक्षा सचिव से मिलेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रलाय ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नही दी है।

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